◆ सिंधु सेवा समिति ने माल्यार्पणकरअर्पितकीश्रद्धांजलि
अयोध्या। सिंधुसेवासमिति के तत्वावधान में सोमवार को सिंधुपति महाराजा दाहिर सेन के बलिदान दिवस पर सिविल लाइंस स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शर्बत वितरण भी किया गया।
संस्था के संरक्षक मोहनमंध्यान ने कहा कि महाराजा दाहिर सेन सिंध प्रांत के अंतिम सम्राट थे जिन्होंने अरबों की सेना से बहादुरी से युद्ध किया। संस्था अध्यक्ष व पूर्व राज्य मंत्री अमृतराजपाल ने कहा कि राजा दाहिर सेन ने अपने पूरे परिवार सहित संस्कृति और राष्ट्र की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति दी। उनकी पुत्रियाँ परिमल और सूर्या भी अद्वितीय साहस की प्रतीक थीं। राजपाल ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि कक्षा 6, 7 और 8 के पाठ्यक्रम में राजा दाहिर सेन की जीवनी शामिल की जाए। महासचिव नरेंद्रक्षेत्रपाल ने बताया कि संस्था कार्यालय प्रांगण में 17 और 18 जून को भी शर्बत वितरण किया जाएगा।
इस अवसर पर समाज के प्रमुख लोग — कमलेश केवलानी, जयप्रकाश क्षेत्रपाल, प्रो. अनूप कुमार, पवन जीवानी, रोशन तोलानी, राजकुमार मोटवानी, धर्मपाल रावलानी, देवकुमार क्षेत्रपाल, सुशील केशवानी, और अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।