Home Ayodhya/Ambedkar Nagar अम्बेडकर नगर साहित्य सभा की मासिक काव्य गोष्ठी में कवियों शानदार प्रस्तुति

साहित्य सभा की मासिक काव्य गोष्ठी में कवियों शानदार प्रस्तुति

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◆ चलो दुनिया का दस्तूर निभाएं हम – कवि तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु


अंबेडकरनगर। नव सृजित साहित्यिक संस्था उत्तर प्रदेश साहित्य सभा जनपद इकाई की मासिक काव्य गोष्ठी जिला मुख्यालय के इंजीनियर्स स्टडी सेंटर के सभागार में कौशल सिंह सूर्यवंशी के संयोजन , डॉक्टर जनार्दन शुक्ल के संरक्षण और तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु के कुशल संचालन में आयोजित की गई। सर्वप्रथम इंजीनियर्स स्टडी सेंटर के डायरेक्टर डाक्टर अनुराग पाण्डेय ने सभी कवियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए अभिनंदन किया। मां वाग्देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और वरिष्ठ साहित्यकार चिंतामणि निश्चिन्त की वाणी वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं से समां बांधना शुरू किया। कुलदीप प्रजापति कठोर ने पढ़ा – सबका मालिक एक है मगर , मज़हब के सौदागर बहुत हैं। वरिष्ठ कवयित्री डॉ करूणा वर्मा ने पढ़ा – ये दुनिया जो बनाई है इतने प्यारे लोगों से , जहां को देखकर लगता है ग़ज़ब फनकार है मौला। युवा कवि संजय सवेरा ने पढ़ा – उड़ान भर चुके परिंदें को यूं जमीं पे उतारा नहीं करते , डगर पथरीली देखकर चलने से किनारा नहीं करते ।  चिंतामणि निश्चिन्त ने पढ़ा – मेरे दोस्त चल रहा हूं मेरी दोस्ती निभाना , मिटना वतन की खातिर समझूंगा दोस्ताना । भगवानदीन यादव मुनि ने पढ़ा – सत्य से भी मिलता है झूठ से भी मिलता है , सत्य स्थिर रहता है झूठ बिखर जाता है। डॉ संतराम पांडेय ने पढ़ा – नदियों की बात मत पूछो नालों से डर लगता है। अजय वर्मा अजेय ने पढ़ा– सम्भल जाओ चीन और पाकिस्तान , वर्ना मिटा देंगे नक्शे से नामों निशान। कौशल सिंह सूर्यवंशी ने पढ़ा –उन्हें लुगाई मिल जाए रौब वाली , जो मेरी कविता पे ताली न बजाए। तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु ने पढ़ा –चलो दुनिया का दस्तूर निभाएं हम , आदमी हैं आदमी के काम आएं हम। खुदगर्ज बन जीना अच्छा नहीं होता , रोने वालों को तो हंसना सिखाएं हम !! इस अवसर पर बजाज एलियांस के मैनेजर संजय तिवारी ने अपनी स्नेहिल उपस्थिति से साहित्यकारों का खूब उत्साहवर्धन करते हुए साहित्य को समृद्ध करने में सहयोग का भरोसा दिया। इंजीनियर्स स्टडी सेंटर के मैनेजिंग डायरेक्टर इंजीनियर अभिषेक ने सभी कवियों की सराहना करते हुए जिले में नया और कुशल इंजीनियर बनाने के अपने विजन को पेश करते हुए भविष्य में साहित्य और साहित्यकारों को और मजबूती के साथ सहयोग करने का वादा किया। उत्तर संरक्षक डॉक्टर जनार्दन शुक्ल ने सभी साहित्यकारों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के अन्त में जिलाध्यक्ष तारकेश्वर मिश्र  जिज्ञासु ने इंजीनियर्स स्टडी सेंटर के इस विशेष सहयोग के लिए हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

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