अयोध्या। जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की शुरूवात जिला चिकित्सालय से की गई। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने जागरुकता रैली को रवाना कर लोगों को व्यक्तिगत साफ-सफाई रखने व वातावारण को स्वच्छ बनाने के लिए अपने पास-पड़ोस के लोगों को प्रेरित करने की शपथ दिलाई। यह अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगा। महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, जिलाधिकारी नितीश कुमार, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर जागरुकता रैली को रवाना किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार सूबे के हर गांव, ब्लॉक व जनपद के साथ-साथ पूरे प्रदेश को दिमागी बुखार से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए 13 विभागों के आपसी समन्वय से जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान 31 जुलाई तक चलाया जाएगा । उन्होंने कहा कि संचारी रोग हमारे गांव अथवा क्षेत्र में रहने वाले परिवारों के आर्थिक और पारिवारिक नुकसान का एक बड़ा कारण हो सकते हैं । अतः हम शपथ लेते हैं कि संचारी रोग से लड़ाई में हम हर संभव प्रयास करेंगे कि हमारा परिवार व समुदाय इन रोगों से मुक्त रहें ।
जानलेवा हो सकता है दिमागी बुखार
डीएम ने कहा कि बच्चों में दिमागी बुखार जानलेवा हो सकता है। इस रोग के बाद शारीरिक और मानसिक विकलांगता भी आ सकती है। इसलिए बुखार होने पर बच्चे को तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल में ले जाएं। जनपद के प्रत्येक सीएचसी/पीएचसी पर बुखार के समुचित इलाज की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा 1 से 15 वर्ष के आयु के बच्चों को होता है , इसलिए इनकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास करें ।
फ्रंटलाइन वर्कर घर घर जाकर चिन्हित करेंगी मरीजो व कुपोषित बच्चों को
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन ने कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक अप्रैल से 31 जुलाई तक एवं 16 जुलाई से 31जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर (आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) घर-घर जाकर बुखार , इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस से ग्रसित लोगों के साथ-साथ संभावित क्षय रोगियों व कुपोषित बच्चों को चिन्हित करेंगी। इसके अलावा वह क्षेत्रवार ऐसे मकानों को सूची बनाएंगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो। इस दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान रखेंगे ।
मौके पर नोडल अधिकारी वीबीडी डा डीके शर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पुष्पेंद्र कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा राम मणि शुक्ला, अर्बन नोडल डा वेद प्रकाश त्रिपाठी सहित स्वास्थ्य विभाग से डी एच ई आई ओ, फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला मलेरिया अधिकारी,डीसीपीएम, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर यूनिसेफ मौजूद रहे।