अयोध्या । अयोध्या धाम आने वाले किसी भी पर्यटक व श्रद्वालु से किसी भी होटल द्वारा रेट बढ़ाकर न लिया जाए। सभी होटलों व धर्मशालाओं के मालिकों को अपने रेट लिस्ट व प्राइस बैण्ड को प्रशासन को उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में होटल व्यवसाइयों व धर्मशाला के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने दिये।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अयोध्या एक धार्मिक एवं अध्यात्मिक पर्यटन नगरी के रूप में विश्व पटल पर प्रसिद्धि पा रही है। यह सांस्कृतिक राजधानी के रूप में उभरा है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं व पर्यटकों बड़ी संख्या में आ रहे है। यहां आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को ठहरने एवं आवागमन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करना सभी का कर्तव्य है। अतः यह सुनिश्चित किया जाये कि अयोध्या धाम आने वाले किसी भी पर्यटक व श्रद्वालु से किसी भी होटल व्यवसाय द्वारा रेट बढ़ाकर न लिया जाये। उन्होंने सभी होटलों व धर्मशालाओं के मालिकों को अपने अपने होटल व धर्मशाला का रेट लिस्ट व प्राइस बैण्ड को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने पर्यअकों व श्रद्वालुओं को होटलों व धर्मशालाओं में ठहरने हेतु रूम के दिये जाने वाली सुविधाओं वाहन, भोजन आदि अर्थात पैकेज में सम्मिलित समस्त सुविधाओं का स्पष्ट उल्लेख करने हेतु होटल व धर्मशालाओं के प्रतिनिधियों व मालिकों को निर्देशित किया।
बैठक में सभी होटल व्यवसाइयों ने कहा कि प्राप्त निर्देशों का बेहतर ढंग से अनुपालन किया जायेगा और अयोध्या की गरिमा के अनुरूप आगुन्तकों से बेहतर से बेहतर सुविधाएं सुगमता से उपलब्ध करायी जायेगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर सलिल कुमार पटेल, सिटी मजिस्ट्रेट अरविन्द कुमार सहित विभिन्न होटलों एवं धर्मशालाओं के मालिक व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।