◆ स्वच्छता व आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहीं ग्रामीण बालिकाएं
अंबेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा द्वारा अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत बालिका सशक्तीकरण कार्यशाला का भव्य शुभारंभ 21 मई को किया गया। एक माह तक चलने वाली यह ग्रीष्मकालीन कार्यशाला आगामी 16 जून तक आयोजित की जाएगी, जिसमें क्षेत्र के विभिन्न पूर्व माध्यमिक विद्यालयों से चयनित 40 बालिकाएं प्रतिभाग कर रही हैं।
इस कार्यशाला का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को बहुआयामी कौशलों से सशक्त बनाना है। कार्यशाला में अंग्रेज़ी भाषा, कंप्यूटर शिक्षा, सामाजिक विज्ञान, पर्यावरण जागरूकता, योग, मार्शल आर्ट, नृत्य, तथा व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे विविध विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
प्रथम दिन सभी प्रतिभागी बालिकाओं का पंजीकरण कर उन्हें अध्ययन सामग्री, स्टेशनरी तथा एक विशेष प्रशिक्षण किट प्रदान की गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि गरिमा महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती संघमित्रा परिदा रहीं। उनके साथ महिला मंडल की अन्य वरिष्ठ सदस्याएं तथा एनटीपीसी टांडा के अधिकारी भी उपस्थित थे।
कार्यशाला के अंतर्गत स्वच्छता पखवाड़ा 2025 के तहत एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्वच्छता और स्वच्छ आदतों के महत्व को रेखांकित किया गया। बालिकाओं के बीच इस नाटक ने स्वच्छता के प्रति गहरी जागरूकता उत्पन्न की।
एनटीपीसी टांडा की यह पहल न केवल ग्रामीण बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह संस्था की सामाजिक प्रतिबद्धता और समृद्ध भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदारी को भी दर्शाती है।