अयोध्या। मण्डलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में अयोध्या शहर में संचालित रेस्टोरेंट, होटलों व धर्मशालाओं के संचालकों के साथ बैठक आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने सभी संचालकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से वर्तमान सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य कराये जा रहे है। श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जनवरी में प्रस्तावित है जिसके साथ ही अयोध्या में देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्वालुओं का आवागमन होगा, जो अयोध्या में बेहतर मूलभूत सुविधाओं के आकांक्षी होंगे जिसके दृष्टिगत सभी संचालक अपने रेस्टोरेंट को सजाने का कार्य करें।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में मंदिर के अलावा अन्य विभिन्न स्थानों को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्वालु यहां पर रूकेंगें और आप सभी का व्यवसाय बढ़ेगा। मण्डलायुक्त ने कहा कि सभी रेस्टोरेंट/होटलों में वार्म लाइट का प्रयोग किया जाय जो देखने मे आकर्षक लगती है। सभी रेस्टोरेंट व होटलों में पर्याप्त एवं आधारभूत संरचना के शौचालय हों।
रेस्टारेंट की इंटीरियर भी बेहतर ढंग से सजावटी हों और उनमें बैठक व्यवस्था भी अद्वितीय हो। उन्होंने कहा कि सभी संचालकों का एक व्हाटसअप ग्रुप बना लिया जाय, जिससे वे अपने पूर्व के फोटोग्राफ और उनके द्वारा कराये गये कार्यो के उपरांत अद्यतन स्थिति की फोटो प्रेषित करें। सभी रेस्टोरेंट व होटलों की सजावट ऐसी हो कि वो बाहर से देखने मे शोरूम की तरह प्रतीत हो। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि 15 दिवस के भीतर सभी संचालकों को प्रेरित कर रेस्टोंरेटव होटलों को सुसज्जित करने का कार्य करें। उन्होंने मंदिर मजिस्टेªट से कहा कि अयोध्या में जो भी धर्मशालायें संचालित है उनमें जो सबसे खराब है उनके संचालकों को प्रेरित कर सभी व्यवस्थायें अगस्त के प्रथम सप्ताह तक सुदृढ़ करायें।
बैठक में ज्वाइंट मजिस्टेªट/उपजिलाधिकारी बीकापुर केके सिंह, मंदिर मजिस्टेªट संदीप श्रीवास्तव, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी माणिक चन्द्र सहित शहर के सभी प्रमुख रेस्टोरेंट/होटल के सम्मानित संचालक गण उपस्थित रहे।