अंबेडकर नगर। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय मे कार्यरत तदर्थ शिक्षकों ने अपनी 16 माह के बकाया वेतन संबंधी शासनादेश के अनुपालन का पालन कराये जाने व वेतन की धनराशि खाते में अंतरित किए जाने की मांग के साथ अब याचना कार्यक्रम की शुरुआत की है। हनुमान जी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो लगाकर हनुमान चालीसा पाठ के साथ मुख्यमंत्री के सुशासन को दुशासन में बदलने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय गेट पर याचना कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक राजमणि सिंह ने बताया कि दर्जनों जिलों में भुगतान के बावजूद ट्रेजरी अफसर की हठ धर्मिता और मनमानेपन को उच्चाधिकारी के संरक्षण के चलते मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदित और शासन द्वारा जारी आदेश को चुनौती देना है। जिला संयोजक पवन जायसवाल जिला विद्यालय की लचर कार्यशाली को जिम्मेदार बताते हुए तदर्थ शिक्षकों के हितों की अनदेखी पर नाराजगी व्यक्त की। माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री आशाराम वर्मा किसी अप्रिय स्थिति के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा कि चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी से अभिलंब हस्तक्षेप की मांग की है। पड़ोसी जनपद अयोध्या के तदर्थ शिक्षक राकेश पांडे ने कहा कि 9 नवंबर के शासनादेश मे वर्णित एक माह की समय सीमा बीत जाने के बावजूद भुगतान में विलंब साजिश और भ्रष्टाचार की वानगी है। जिले के 40 से अधिक ऐडेड माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत लगभग 200 शिक्षको की तदर्थ सेवा समाप्त करते हुए उसके अवशेष 16 माह के वेतन का शासनादेश बीते 9 नवंबर को माध्यमिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार के हस्ताक्षर से जारी हुआ है जिसके अनुपालन में श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, संत कबीर नगर, मऊ, आजमगढ़ ,अयोध्या ,अमेठी ,रायबरेली व प्रतापगढ़ जिलों में तदर्थ शिक्षकों के अवशेष वेतन भुगतान उनके खाते में आंतरितकर दिए गए लेकिन जिले में वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक शिक्षा का प्रभार संभालने वाले कोषाधिकारी बृजलाल ने शासनादेश के प्रावधानों पर सवाल उठा दिया जिसके चलते जिला अधिकारी ने अपर मुख्य सचिव व शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा से मार्गदर्शन की मांग की। लखनऊ से शासनादेश संशोधन या स्पष्ट आदेश न आने से भुगतान की गाड़ी ट्रेजरी में अटकी है। तदर्थ शिक्षकों आक्रोश है कि दर्जन भर जिलों में भुगतान होना और जिले में रोड़ा अटकाने के पीछे जिम्मेदार अधिकारी का भ्रष्टाचार दर्शन है। याचना कार्यक्रम में राम लखन वर्मा, अरुण प्रकाश, शैलेंद्र पांडे, अखिलेश तिवारी, वीरेंद्र वर्मा, जिलेदार, अंकुर वर्मा, अर्जुन वर्मा, आलोक सिंह, रवि सिंह, ऋषिकेश सिंह ,विक्रांत सिंह , मनोज सिंह, विनोद दुबे याचना कार्यक्रम संबोधित किया और मुख्यमंत्री से प्रकरण में हस्तक्षेप की मांग की है।