जलालपुर,अम्बेडकर नगर। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक द्वारा कम संख्या में मुहैया कराए गए संसाधनों के चलते दर्जनों रक्त दाता रक्तदान करने से वंचित रह गए। वहीं रक्तदान शरीर के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को आयोजित करने वाली संस्थाओं के संचालकों में इस बात को लेकर काफी रोष व्याप्त है।
सहयोग फाउंडेशन और केयर इंडिया फाउंडेशन ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया था,जहां 48 लोगों ने रक्तदान हेतु पंजीकरण करवा रखा था परन्तु अव्यवस्था के चलते सिर्फ पांच लोग ही रक्त दान कर सके। बसखारी मार्ग स्थित शिविर स्थल पर जिला चिकित्सालय से आई ब्लड बैंक की टीम बिना डॉक्टर, हीमोग्लोबिन जांच के उपकरण के पहुंची। महज लैब टेक्नीशियन और सहायक के साथ पहुंची टीम ने रक्तदान हेतु आये लोगों से पांच यूनिट रक्त संकलन किया। मौके पर पहुंचे जलालपुर सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक डॉ भास्कर पहुंचे और ब्लड बैंक टीम की व्यवस्था देखकर भड़क गए। उन्होंने जानकारी के बावजूद बिना व्यवस्था के पहुंची ब्लड बैंक टीम से कड़ी आपत्ति दर्ज कराई और आयोजकों द्वारा निजी स्तर पर हीमोग्लोबिन जांच की व्यवस्था करवाई।वहीं जानकारी के बावजूद ब्लड बैंक टीम द्वारा रक्त वीरों हेतु कोई व्यवस्था न करने पंजीकरण प्रमाणपत्र निर्गत न किए जाने से आयोजकों ने रक्त शिविर का समापन कर दिया।
आयोजक केयर इंडिया फाउंडेशन अध्यक्ष इसहाक़ अंसारी और सहयोग फॉउंडेशन अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने कहा कि समाजसेवी लोगों से मिन्नत मनुहार करके उन्हें किसी तरह से रक्तदान करने के लिए तैयार करते हैं। शिविर आयोजन स्थल पर बुलाया जाता है, लेकिन ब्लड बैंक टीम की लापरवाही से दर्जनों लोग रक्तदान करने से वंचित रह गए। विभाग की लापरवाही के चलते अपना कीमती वक़्त निकालकर रक्तदान करने पहुंचे लोगों को निराश लौटना पड़ा।उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसी व्यवस्था में स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए लोग कैसे आगे आएंगे। इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉ भास्कर ने बताया कि ब्लड बैंक से आई टीम अपर्याप्त संसाधनों के साथ आयी थी। निजी स्तर पर प्रयास कर हिमोग्लोबिन जांच,ब्लड प्रेशर और वजन नापने की व्यवस्था की गयी लेकिन आयोजकों द्वारा ब्लड बैंक टीम की व्यवस्था को लेकर असंतोष जताने के कारण शिविर को निरस्त कर दिया गया।