जलालपुर अंबेडकर नगर। फर्जीवाड़ा करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही कराने को लेकर पीड़ित पुलिस और प्रशासन का चक्कर लगा रहा है लेकिन कोई कार्यवाही नही हो रही है। पुलिस कार्यवाही करने के लिए तहसील प्रशासन के आदेश निर्देश का इन्तजार कर रही है और प्रशासन पुलिस के पास भेज रही है। प्रकरण स्थानीय तहसील के नत्थूपुर खुर्द निवासी हरीलाल का है।विदित हो कि हरीलाल के पिता मुरली की मौत बीते छः जनवरी को हो गई थी और एक दिन पूर्व यानि पांच जनवरी को इसका मृत प्रमाण पत्र जारी हो गया।मृतक के नाम दुल्हुपुर गांव में गाटा संख्या 163 खतौनी दर्ज थी।मृतक के पुत्र हरीलाल ने वरासत दर्ज कराने के लिए मृत्यु प्रमाणपत्र परिवार रजिस्टर की नकल समेत अन्य कागजात लगाकर ऑनलाइन आवेदन दर्ज किया था।जब इसका अवलोकन 26 जून को किया तो देखा इनके पिता के नाम की खतौनी इनके चाचा के पुत्रो सीताराम और मिठाई लाल पुत्रगण जवाहिर के नाम दर्ज की जा चुकी है।पिता की खतौनी चेचेरे भाईयो के नाम दर्ज देख हरीलाल परेशान हो गया। न्याय पाने के लिए हरीलाल तहसील से लेकर उच्चाधिकारियों तक चक्कर लगाने लगा। कडी मशक्कत के बाद सप्ताह भर बाद तहसील प्रशासन द्वारा कानूनगो मायाराम व लेखपाल ओकार निषाद के विरुद्ध कार्यवाही की गयी। लेकिन प्रशासन द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाले व जमीन को वरासत कराने वाले के विरुद्ध कोई कार्यवाही अभी तक नही की गयी। जबकि लगभग एक माह से अधिक समय बीतने को है। पीड़ित इन सभी के विरुद्ध कार्यवाही कराने के लिए अधिकारियों का दरवाजा कई बार खटखटाया। पीड़ित जब कटका थाना जाता है तो पुलिस कहती है कि तहसील प्रशासन का आदेश मिलने पर कार्यवाही की जायेगी जबकि तहसील प्रशासन कहता है कि थाना जाओ पुलिस कार्यवाही करेगी। ऐसे मे पीड़ित न्याय पाने के लिए पेन्डुलम बनकर चक्कर लगा रहा है।