अंबेडकर नगर। लोहिया भवन में राज्यपाल ने फीता काटकर विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। तत्पश्चात विभिन्न विभागों कृषि, बेसिक शिक्षा,जल जीवन, बाल विकास पुष्टाहार, मत्स्य, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, एक जनपद एक उत्पाद, उद्यान, एनआरएलएम, महिला कल्याण, समाज कल्याण सहित अन्य विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया गया। इसके उपरांत लोहिया भवन सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय गान के साथ किया गया।
जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा राज्यपाल के स्वागत उद्बोधन में जनपद के विकास कार्यों के बारे में अवगत कराया गया कि सीएम डैशबोर्ड दर्पण 2 में प्रदेश में अंबेडकर नगर नावें वें स्थान पर है। इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरिडोर की स्थापना के लिए सकारात्मक प्रयास किया जा रहा है। पुष्पा पाल जो एनजीओ चलाती हैं उनके द्वारा अपनी सफलता की कहानी बताई गई। साथ ही साथ आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के पढ़ने के तौर तरीके एवं सकारात्मक गतिविधियों से अवगत कराया गया।तत्पश्चात महोदया द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को चाबी वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लाभार्थियों को चाबी वितरण, मनरेगा से निर्मित पशु आश्रय स्थल के लाभार्थियों को स्मृति चिन्ह वितरण, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को चेक वितरण, मुद्रा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को चेक वितरण, उज्जवला गैस कनेक्शन के लाभार्थियों को कार्ड वितरण, गर्भवती महिलाओं को आंगनवाड़ी किट(आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा संपन्न बनाने के लिए) वितरित/सम्मानित किया गया। साथ ही साथ सुश्री पूजा किन्नर को पहचान प्रमाण पत्र दिया गया।
राज्यपाल द्वारा अपने उद्बोधन में जल संचय के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने कहा कि पानी हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। जल संचय के माध्यम से हम अपने आय में वृद्धि कर सकते हैं। जनपद में जल संचय के हो रहे कार्यों की प्रशंसा की गई। उनके द्वारा कचरे से कंचन बनाने की आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित किया गया। उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम के लिए कचरे का सही निस्तारण करना आवश्यक है तथा सभी जगह पर पीने के लिए स्वच्छ पानी की आवश्यकता है।पानी के दुरुपयोगो को रोकना होगा इसके लिए उन्होंने महिलाओं को संकल्प लेने की आवश्यकताओं पर बल दिया तथा कहा कि इसे बच्चों को भी सीखना होगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किट देने की प्रशंसा की गई तथा कहा कि छोटे बच्चों को अपना कार्य स्वयं कैसे करना है इसको भी सिखाए। बच्चों को अच्छा और सच्चा बनाएं। अच्छी आदतें जीवन के लिए बहुमूल्य हैं।