◆ इस महीने अभी तक आ चुके है 92 मरीज, जिले में 486 तक पहुंच गया मरीजों का आंकड़ा
◆ डेंगू को लेकर लापरवाही बढ़ा रही है लोगो की दिक्कतें, फागिंग व एंटी लारवा का नियमित छिड़काव जरुरी
अयोध्या। नवम्बर माह में डेंगू के मरीज लगातार आ रहे है। जुलाई से दिसम्बर तक डेंगू के मच्छर का समय माना जाता है। जिसमें अक्टूबर में सामान्यता सबसे ज्यादा मरीज आते है। लेकिन नवम्बर में यह संख्या कम हो जाती है। इस वर्ष नवम्बर में डेंगू के मरीजों की संख्या कुछ कम तो हुई है। लेकिन अन्य महीनों की तुलना में लगातार मरीज आ रहे है। 1 से 10 नवम्बर के बीच 92 को डेंगू हो चुका है। जिसमें 10 नवम्बर को डेंगू के 14 मरीज सामने आए थे।
यह आंकड़ा सरकारी अस्पतालों का है। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या काफी कम है। पिछले वर्ष डेंगू के 1002 मरीज सामने आए थें 2022 में 668 व 2021 में डेंगू के 570 मरीज मिले थे। इस साल अभी तक डेंगू के मरीजों की संख्या 486 तक पहुंच गयी है। जिसमें 222 शहरी व 264 ग्रामीण क्षेत्रों से सम्बंधित है। रविवार को आए 14 केस में शहरी इलाको के सात, ग्रामीण इलाको में मसौधा व सोहावल के दो-दो तथा बीकापुर का एक केस शामिल है। अभी तक आए डेंगू के 486 मरीजों में 452 ठीक हो चुके है। जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में डेंगू के 34 मरीजों का इलाज चल रहा है। जिला एपीडीमियोलॉजिस्ट डा. अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू को लेकर लोगो में जागरुकता की कमी है। सबसे ज्यादा जरुरी अपने आस-पास पानी न जमा होने देना है। फीज व कूलर में काफी दिनो का पानी जमा रहता है। इससे सबसे ज्यादा मच्छर पनपते है। जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. प्रशांत द्विवेदी ने बताया कि डेंगू को लेकर लोग लापरवाह है। लक्षण मिलने के बाद भी कई लोग खुद से इलाज करते है। जो अपनी बीमारी को और बढ़ा लेते है।