अयोध्या । अयोध्या धाम की ऐतिहासिक और दिव्य 84 कोसीपरिक्रमा रविवार रात्रि को अपने सातवेंपड़ावबीकापुरक्षेत्रस्थितपौराणिकस्थलसीताकुंड पर पहुँची, जहाँ रात्रि विश्राम के उपरांत सोमवार प्रातः अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान किया गया। परिक्रमा में शामिल साधु-संतों और श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत नगर पंचायत अध्यक्ष राकेशपांडेराना द्वारा माल्यार्पण कर किया गया। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए जलपान और नाश्ते की विशेष व्यवस्था भी की गई थी।
सेवाऔरस्वागतकासंगम
हंसयोगआश्रम से जुड़े मानवउत्थानसेवासमिति के स्वयंसेवकों द्वारा शिवसहायकनौजिया के नेतृत्व में ब्रह्मबाबा स्थल पर श्रद्धालुओं का स्वागत फूल मालाओं से किया गया। अंगवस्त्र, फल व जलपान का वितरण कर सेवाभाव का परिचय दिया गया। मौके पर रामसागरजायसवाल, अनिलउपाध्याय, जयप्रकाश, रामकेवलयादव सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जयश्रीरामकेनारोंसेगूंजतारहावातावरण
चवरढार तिराहे पर अखिलभारतीयचाणक्यपरिषद के पदाधिकारियों व स्थानीय श्रद्धालुओं ने परिक्रमा का जोरदार स्वागत किया। जय श्रीराम के जयघोष के साथ परिक्रमा आगे बढ़ी और दोपहर में देवरियापारारुरुखास पहुंची, जहां दोपहर भोजन का भव्य प्रसाद वितरित किया गया।
भीषणगर्मीमेंभीडटेश्रद्धालु
परिक्रमा में शामिल नेपाल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली सहित कई राज्यों के श्रद्धालु भक्ति भाव से लबरेज़ नजर आए। भीषणगर्मी, लूऔरकड़ीधूप के बावजूद आस्थाकीतपिश सब पर भारी रही। बुजुर्ग, महिलाएंऔरबच्चे भी उत्साहपूर्वक सहभागी बने। सुरक्षा व्यवस्था के लिए PAC कीगाड़ी लगातार साथ रही।
बीमारियोंकेबावजूदनहींटूटीआस्था
कई श्रद्धालु बुखार, ब्लडप्रेशर, उल्टी–दस्त जैसी बीमारियों से जूझते दिखे, फिर भी उनकी श्रद्धा अडिग रही। राजस्थानकेरिटायर्डसूबेदारमेजरहरवीरप्रसादशर्मा और सीतापुरसंस्कृतमहाविद्यालयकेप्राचार्यस्वामीरामनारायणदास (उम्र 70 वर्ष) जैसे श्रद्धालु अपने अनुभवों को “सुखद और अलौकिक” बता रहे हैं।