◆ नए वर्ष में शुरू होंगे नए निर्माण, अयोध्या के विकास को लगेंगे पंख
अयोध्या। परिक्रमा मार्ग के चौराहों पर सनातन धर्म के चिन्हों को बनाया जाएगा। नववर्ष 2025 में इसके निर्माण प्रारम्भ होगें। तकरीबन 6 करोड़ का प्रोजेक्ट धरातल पर उतारेंगे। इसके लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने सभी 10 प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार कर ली है। इनमें चौराहों को सुसज्जित करने के धार्मिक चिन्ह व द्वार बनने हैं। सभी प्रोजेक्ट का काम परिक्रमा मार्ग पर ही प्रस्तावित है। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद अयोध्या में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ये श्रद्धालु राम मंदिर, हनुमामगढ़ी के अलावा अन्य मंदिरों में दर्शन पूजन करने के बाद पर्यटन स्थलों पर भी जाते हैं। इसमें दर्शननगर स्थित सूर्यकुंड सबसे अव्वल है। इसके बाद गुप्तार घाट, लता चौक व राम की पैड़ी समेत अन्य स्थलों पर भी पर्यटकों की काफी भीड़ होती है। शासन-प्रशासन की मंशा है कि अयोध्या पहुंचने वाला हर एक श्रद्धालु यहां 5 से 6 दिन अवश्य बिताए। इस लिहाज से अयोध्या को सजाने का कार्य किया जा रहा है।
प्रोजेक्ट की लागत व प्रस्तावित स्थल

1- शंख – यह मूर्ति परिक्रमा मार्ग पर दीनबंधु चिकित्सालय के तिराहे पर लगाई जानी है। प्रोजेक्ट की लागत 40.43 लाख है। परियोजना में आरसीसी फाउंडेशन व एफआरपी मटेरियल से बनी मूर्ति के साथ रोटरी का विकास व सुधार कार्य प्रस्तावित है।
