अंबेडकर नगर। रामायण में वर्णित स्थल श्रवणक्षेत्र को पर्यटन एवं सांस्कृतिक रूप से विकसित करते हुए आम जनमानस को अपने गौरवशाली इतिहास से परिचित एवं गौरन्वित करवाना है। जिसके क्रम में जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा प्रस्तावित दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारी का निरीक्षण किया गया, तथा रविवार के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। श्रवण क्षेत्र पर दो नदियों का संगम स्थल है, जिसे त्रिवेणी की तरह विकसित कर, स्थाई घाटों के अतिरिक्त भी अस्थाई घाटों का निर्माण कराया जा चुका है, जिनको पक्के घाट के रूप में विकसित करने की कार्य योजना तैयार की जा चुकी है इन चारों घाटों को आसपास की चार ग्राम सभाओं चींटीपारा ,कुड़िया चितौना ,मूसेपुर गिरंट एवं बैजपुर के निवासियों द्वारा गोद लिया जाएगा। इस त्रिवेणी स्थल पर प्रयागराज के संगम का जल भी प्रविष्टि किया जाएगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु तीन विकास खण्डों भीटी, अकबरपुर एवं कटेहरी के अधिकारियों/ कर्मचारियों के अतिरिक्त तहसील भीटी एवं अकबरपुर की टीम लगाई गई है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रामघाट,जानकी घाट आदि 28 घाटों पर आमजन मानस एवं स्वयंसेवकों के सहयोग से तथा अवस्थित भवनों पर सवा लाख दीपों के प्रज्जवलन के साथ ही भजन, गायिका, तृप्ति शक्या की भजन संध्या का आयोजन भी किया गया है। रविवार को सुंदरकांड पाठ, हवन, कलश पूजन तथा प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सोमवार को इस स्थल पर पूर्ण कराए गए कार्यों का लोकार्पण एवं प्रस्तावित कार्यों का शिलान्यास भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी द्वारा श्रवण क्षेत्र महोत्सव न्यास के अध्यक्ष अनुपम पांडे तथा उनके टीम के सहयोगियों के प्रयासों की सराहना की गई। जिलाधिकारी द्वारा जनपद वासियों से कार्यक्रम में अधिक से अधिक प्रतिभाग करने हेतु अपील की गई।