अंबेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा पर्यावरण संरक्षण के प्रति सदैव संवेदनशील रहता है। समय पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छता, स्वास्थ्य और पर्यावरण को लेकर आसपास के लोगों के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) के0 गंगोपाध्याय ने बताया कि परियोजना से निकलने वाली राख के निस्तारण के लिए पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। ऐशपांड की राख को तेज हवाओं से उड़ने से बचाव के लिए पहले से ही तैयारी की गयी है। इसके लिए ऐशपांड के संपूर्ण क्षेत्र में निरंतर पर्याप्त पानी का छिड़काव किया जाता है। ऐशपांड की सतह को गीला रखने के लिए समुचित मात्रा में पानी डाला जा रहा है ताकि तेज हवाओं के कारण राख की उड़ान को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सके। प्लांट प्रचालन की भाॅंति ऐशपांड एरिया की गंभीरतापूर्वक निगरानी की जाती है। ट्रकों के माध्यम से बाहर जाने वाली राख को पूरी तरह ढक कर ही ले जाने की अनुमति दी जाती है। इसके अलावा तेज हवाओं के दौरान ट्रकों में राख भराई के काम को पूरी तरह रोकने के कड़े निर्देश दिए गये हैं।
महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एस0एन0 पाणिग्राही ने कहा कि एनटीपीसी टांडा प्रबंधन परियोजना के आसपास के निवासियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाये रखने में विश्वास करता है। उन्होंने यह भी कहा कि टांडा परियोजना द्वारा अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व के तहत ग्रामीण जनों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, पर्यावरण एवं गाॅंवों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किए जा रहे हैं।