अंबेडकर नगर। भारत के अग्रणी एकीकृत बिजली उत्पादक, एनटीपीसी की समूह स्थापित क्षमता 73824 मेगावाट तक पहुंच गई है। यह उपलब्धि में एनटीपीसी टांडा की 1760 मेगावाट क्षमता भी शामिल है। भारत में जी 20 समिट के दौरान राष्ट्र के समक्ष सेवा की यह सराहनीय उपलब्धि है। ध्यातव्य है कि एनटीपीसी टांडा से बनने वाली बिजली का उपयोग उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात, उत्तराखंड, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश आदि राज्यों में होता है।
यह उपलब्धि राष्ट्र को विश्वसनीय और सस्ती बिजली प्रदान करने की एनटीपीसी की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
इसके साथ, एनटीपीसी लिमिटेड और एनटीपीसी समूह की स्थापित क्षमता क्रमशः 57838 मेगावाट और 73824 मेगावाट हो गई है।
इसके अलावा, कंपनी वर्ष 2032 तक 60,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उपयोगिता है, जो देश की बिजली आवश्यकता का 1/4 योगदान करती है। थर्मल, हाइड्रो, सौर और पवन ऊर्जा संयंत्रों के विविध पोर्टफोलियो के साथ, एनटीपीसी राष्ट्र को विश्वसनीय, सस्ती और टिकाऊ बिजली प्रदान करने के लिए समर्पित है। कंपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।