अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर की उपस्थिति में तहसील रुदौली के आपदा प्रभावित क्षेत्र ग्राम पंचायत सण्डरी के मजरे महंगू का पुरवा में बचाव एवं राहत कार्यो का रिहर्सल किया गया। इस अवसर पर राहत एवं बचाव कार्य से सम्बंधित सभी विभागों द्वारा समन्वय स्थापित कर मॉक ड्रिल किया गया। जिसमें लेखपालों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के निवासियों को अपने जरूरी सामान एवं कागजात आदि लेकर सुरक्षित स्थान पर जाने तथा एसडीआरएफ टीम द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों, डूबते व्यक्ति व बाढ़ में फंसे जानवरों को रेक्क्यू करने तथा उन्हें मेडिकल सहायता पहंुचाने, सुरक्षित स्थानोंध्बाढ़ राहत शिविरों तक ले जाने आदि का मॉकड्रिल किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने विभिन्न विभागों यथा पशुपालन, राजस्व, विकास, सिंचाई, पीडब्लूडी, आपूर्ति, स्वास्थ्य, उ0प्र0 आपदा बल, होमगार्डस, पुलिस आदि की तैयारियों की जानकारी ली तथा सम्बंधित विभागाध्यक्षों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के तीन तहसीलों सदर, रूदौली व सोहावल में क्रमशः 10, 07, 01 कुल 18 ग्राम बाढ़ प्रभावित है। जिसमें प्रभावित लोगों को त्वरित राहत एवं बचाव उपलब्ध कराने तथा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने आदि की पूरी तैयारी की गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाये रखने हेतु पर्याप्त बाढ़ चौकियां बनायी गयी है। 14 शरणार्थी शिविर/बाढ़ शरणालय बनाये गये है। स्वास्थ्य विभाग की 38 टीमें तथा पशुपालन विभाग की 28 टीमें गठित की गयी है। एंटी स्नैक वेनम व अन्य महत्वपूर्ण दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। पशुओं के टीकाकरण का कार्य निरंतर जारी है। बाढ़ प्रभावित लोगों को आवश्यक सामाग्री पहुंचाने व राहत/बचाव हेतु 150 नावो की व्यवस्था है, जिसमंे 15 मोटर वोट हैं। राहत किट एवं भूसे का टेण्डर किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सम्बंधित अधिकारियों को सर्तक दृष्टि हेतु निर्देशित किया गया है।
मॉकड्रिल के उपरांत जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तहसील सोहावल के ग्राम पंचायत महोली में स्थापित बाढ़ शरणालय बाढ़ कार्य खण्ड अयोध्या का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ शरणालय भवन, बाढ़ के उपरांत बाकी समय में खाली रहता है उस दौरान भी इसकी उपयोगिता सुनिश्चित की जाए।
पूरे महंगू के पुरवा में मॉकड्रिल के दौरान जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित ग्रामीण परिवेश के बच्चों से कवितायें एवम् पहाड़ा सुनकर, गणित के सवालों को लगवाकर, हिन्दी के विभिन्न शब्दोंध्वाक्यों को पढ़वाकर उनके शैक्षित स्तर को परखा। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी परिवार एवं समाज के उत्थान का सबसे महत्वपूर्ण साधन शिक्षा ही है अतः सभी परिजन एवं माता-पिता अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से निरंतर विद्यालय भेंजे। बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें, बच्चों को शिक्षा प्रदान करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। प्रधान का भी मुख्य कार्य एवं दायित्व अपने क्षेत्र के प्रत्येक बच्चे को विद्यालय में सतत उपस्थिति सुनिश्चित कराना तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कराना है। इस अवसर पर ले0 कर्नल डोगरा, रेजीमेंट सेंटर आर0 रस्तोगी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, उपजिलाधिकारी रुदौली अंशुमान सिंह, तहसीलदार रुदौली, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, कमांडेंट होमगार्ड, एसपी ग्रामीण सहित अन्य सम्बंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।