अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में छात्रों के व्यक्तित्व विकास और प्रोफेशनल स्किल्स को धार देने के लिए हर शनिवार को विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। विगत तीन माह से हर शनिवार चल रही इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को निष्पक्ष प्रस्तुति, बॉडी लैंग्वेज, आई कांटेक्ट, सिटिंग व स्टैंडिंग पोस्चर, इंटरव्यू प्रोटोकॉल और प्रोफेशनल इथिक्स जैसे अहम पहलुओं की गहन ट्रेनिंग दी जा रही है।
कार्यशाला के दौरान छात्रों ने कंटेंट क्रिएशन के अंतर्गत पर्यावरण प्रदूषण, वायु प्रदूषण, गौरैया संरक्षण, पानी में घुला संकट, ट्रंप की टैरिफ नीति का वैश्विक प्रभाव और नालंदा विश्वविद्यालय के अतीत जैसे विषयों पर प्रजेंटेशन दिए।
बी.वोकण् एमसीजे की छात्रा कल्याणी यामिनी द्वारा गौरैयाकासंरक्षण पर तैयार की गई डाक्यूमेंट्री और अनुश्री यादव की राजस्थानकीविरासत पर प्रस्तुति ने छात्रों को प्रेरित किया। प्रथम वर्ष के छात्र शिवांश चतुर्वेदी ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते प्रभाव पर प्रजेंटेशन दिया।
विभाग के समन्वयक डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को मीडिया इंडस्ट्री के लिए व्यावहारिक रूप से तैयार करना है। उन्होंने कहा, “इस पहल से छात्रों की संवाद शैली और लेखन क्षमता में स्पष्ट सुधार हुआ है। अगला चरण उनकी पर्सनल काउंसलिंग का होगा, जिससे वे अपने कर्तव्यों को समझते हुए समाज में सक्रिय भूमिका निभा सकें।”
कार्यशाला संयोजक डॉ. राज नारायण पाण्डेय ने बताया कि पत्रकारिता पाठ्यक्रमों में विभिन्न शैक्षिक पृष्ठभूमियों से आए छात्रों को एक समान प्रोफेशनल इथिक्स और मीडिया दृष्टिकोण देना कार्यशाला का मूल उद्देश्य है।
इस अवसर पर दीप गोपाल मिश्र, नीरज मौर्य, साम्भवी जायसवाल, निहारिका सिंह, सुगंधा तिवारी, मानसी शुक्ला, कामिनी चैरसिया, गार्गी पाण्डेय, एकता वर्मा, वैभवी आहूजा सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।