जलालपुर अम्बेडकर नगर। देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न बाबू राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती अधिवक्ता दिवस के रुप में जलालपुर अधिवक्ता भवन में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता घनश्याम शर्मा तथा संचालन सन्त प्रसाद पाण्डेय ने किया, जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व उपाध्यक्ष व वर्तमान सदस्य जय नारायण पाण्डेय ने शिरकत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर के किया।जिसमें तमाम उपस्थित सदस्यों ने भी चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्चन कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उप जिलाधिकारी जलालपुर पवन जायसवाल ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने मुख्य पुस्तक इंडिया डिवाइड लिखा था।तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव ने अधिवक्ता दिवस की सार्थकता का बखान करते हुए सरकार में भागीदारी की बात कही।
बतौर मुख्य अतिथि अधिवक्ता दिवस को संबोधित करते हुए जयनारायण पांडे ने कहा कि वे राजेंद्र बाबू के चरणों में अपना शीश झुकाते उन्हें नमन करते हैं और उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सीख लेते हैं और अपने भाइयों को इसके लिए सदैव प्रेरित करते हैं ।कहा कि राजेंद्र बाबू बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे ।तमाम क्षेत्रों में उन्होंने अपना अमूल्य योगदान दिया। राजेंद्र बाबू सादा जीवन उच्च विचार के पोषक थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान निर्माण व देश के प्रथम नागरिक के पद तक उनके जो भी कार्य रहे देश उसे सदा सर्वदा याद करेगा। उन्होंने आगे कहा कि देश ही नहीं दुनिया के तमाम देश ,पाकिस्तान तक में अधिवक्ताओं का विशेष महत्व रहा। आगे कहा कि वे एक अधिवक्ता के नाते बार काउंसिल का प्रतिनिधित्व करते हुए हमेशा अधिवक्ताओं के सुख दुख में आखिरी सांस तक साथ निभाएंगे और जलालपुर के अधिवक्ताओं के प्यार दुलार से पूरी तरह अभिभूत हैं। उन्होंने जलालपुर बार के सभी सदस्यों को कानून की पुस्तक भेंट किया। बार एसोसिएशन की पुरानी परंपरा के अनुसार इस वर्ष अधिवक्ता दिवस में वरिष्ठ अधिवक्ता राजपति सिंह को साल ओढ़ाकर ,रामायण और छड़ी देकर सम्मानित किया। जबकि इसी क्रम में अध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने आशुतोष श्रीवास्तव एडवोकेट को सम्मानित किया।
महेंद्र सिंह, यशोदानंद मिश्र,राम चंद्र दुबे, तिलकधारी पाण्डेय, श्याम सुन्दर यादव,अनुराग मिश्र एडवोकेट, कृपा शंकर मौर्य, वीरेन्द्र बहादुर सिंह, गिरिजेश श्रीवास्तव,अरविंद सिंह, महेंद्र यादव, राम जतन वर्मा,योगेश शुक्ल,सेवा राम वर्मा, बी डी प्रभाकर, अशोक उपाध्याय, मंत्री जगदीश चंद्र यादव, कुंवर बहादुर यादव, सत्य प्रकाश मिश्र, देवा नन्द द्विवेदी, सुरेश उपाध्याय आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।