मिल्कीपुर, अयोध्या। सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई गई महत्वाकांक्षी योजना नेटवर्क समस्या के चलते मिल्कीपुर में हवा हवाई साबित हो रहा है। राजकीय कृषि बीज गोदाम मिल्कीपुर परयूपी एग्रीकल्चर डाट काम की साइड पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद किसानों को टोकन दिया जाता था। लेकिन सोमवार को नेटवर्क समस्या के चलते किसी भी किसान को रजिस्ट्रेशन ना होने से टोकन नहीं मिल सका। पाराधमथुआ गांव के किसान प्रदीप कुमार ने बताया कि उन्हें लपेटा पाइप लेना है लेकिन आवेदन की ओटीपी ही नहीं आ रही है। सिधौना गांव के किसान वेद प्रकाश ने भी कहा कि हमको स्प्रे मशीन व लपेटा पाइप लेना था लेकिन ऑनलाइन नहीं हो पा रहा है।लेकिन साइट न चलने से अनुदानित यंत्र का टोकन नहीं मिल पाया। वही किसान राम कुमार ने कहा कि हमको दवा के छिड़काव के लिए इसलिए मशीन अदनान पर लेना है लेकिन मेरे मोबाइल पर मैसेज ना आने के कारण ऑनलाइन नहीं हो पा रहा है। बीज भंडार प्रभारी मिल्कीपुर प्रमोद यादव से जब जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि सरवर ठीक से नहीं चल रहा है सुबह से अब तक मात्र दो किसानों का रजिस्ट्रेशन पावर स्प्रे मशीन के लिए हो सका है। बड़ी संख्या में किसान आए थे लेकिन सर्वर ना चलने के कारण हुए वापस चले गए कुछ किसान अभी मौजूद हैं इनका रजिस्ट्रेशन करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 20 तथा 21 मार्च को 10000 अनुदान तक के कृषि यंत्र जैसे पंपिंग सेट,पावर स्प्रेयर,चारा मशीन, लपेटा पाइप,तिरपाल आदि कृषि यंत्रों का स्टाल लगा है। उन्होंने बताया ऑनलाइन सिस्टम है जिन किसानों का टोकन जनरेट हो रहा है उन्हें लाभ दिलाया जा रहा है। सब्सिडी के धन राशि 30 मार्च तक किसानों के खाते में पहुंच जाएगी।