◆ कम उम्र में अपने सामाजिक कार्य के बदौलत नितिन वर्मा क्षेत्र में थे लोकप्रिय, शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का लगा ताता
बसखारी अंबेडकर नगर। जनपद के वरिष्ठ युवा समाजसेवी नितिन वर्मा के आकस्मिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। 28 वर्षीय नितिन वर्मा इतने कम उम्र में समाजसेवा के क्षेत्र में ऐसे मुकाम पर थे, जिस पर बहुत से समाजसेवी सारी उम्र गुजारने के बाद भी नहीं पहुंच पाते हैं। इस महंगाई के जमाने में जहां लोग अपने परिवार के लिए रोटी की व्यवस्था बड़ी मुश्किल से कर पाते हैं। वही नितिन वर्मा के द्वारा कई सामाजिक कार्यों के साथ गरीबों को पेट भर भोजन उपलब्ध कराने के लिए निःशुल्क भोजन बैंक की व्यवस्था का संचालन करते थे।अपने सामाजिक कार्यों के दम पर नितीन क्षेत्र के साथ-साथ जनपद में भी काफी लोकप्रिय थे। छः महीना पहले नितिन वर्मा का स्वास्थ्य खराब हुआ और वह बीते शनिवार की देर शाम लखनऊ में स्थित एक हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ते लड़ते हार गए।उनकी मौत की खबर मिलते ही बसखारी सहित पूरे जनपद में शोक की लहर दौड़ गई। उनके मौत की खबर मिलते ही सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनके प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करनी शुरू कर दी। इसके बाद उनका शव बसखारी व उनके पैतृक गांव संदहा मझगवां लाए जाने पर अंतिम दर्शनों के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। रविवार उनके शव का अंतिम संस्कार चहोड़ा घाट कर दिया गया। जहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष साधू वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुभावती वर्मा, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष कपिल देव वर्मा,विधायक त्रिभुवन दत्त, पूर्व एमएलसी विशाल वर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता, समाजसेवी शरद यादव, अंशु बग्गा, बरकत अली, उपज के जिला अध्यक्ष सुभाष गुप्ता, निखिल जयसवाल,राम प्यारे निषाद सहित हजारों की संख्या गणमान्य व्यक्ति व स्थानीय क्षेत्रों के लोगों ने पहुंचकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त कर दिवंगत समाजसेवी के परिवार को ढांढस बधाया। मुखाग्नि उनके छोटे भाई सौरभ वर्मा ने दी।