अयोध्या। जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों को परिजनों को साइबर ठग शिकार बना रहे है। साइबर ठग बंदियों के परिजनों को फोन करते है। खुद को जेल प्रशासन से जुड़ा हुआ बताते हुए साइबर ठग बंदी के अस्पताल में होनी की बात कहते है। इसके बाद खाते में रकम मंगा लेते है। जिला कारागार में इस तरह के तीन मामले सामने आए है। साइबर थाना मामले में जांच कर रहा है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक उदय प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की खुलासा तब हुआ, जब एक अधिवक्ता ने जेल में बंद कैदी का हालचाल पूछा। परिजनों से कैदी के अस्पताल में भर्ती होने की बात कहते हुए साइबर ठग रुपये मांग रहा था। इस कैदी के परिजन तो ठगी का शिकार होने से बच गये। लेकिन इस तरह के दो और मामले सामने आए है। जिसमें पुलिस को जांच के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी कैदी के परिजन के पास अज्ञात नम्बर से फोन आए। तो पहले उसे जेल प्रशासन के पास फोन करके कंफर्म करना चाहिए। कैदी की पूरी जिम्मेदारी जेल प्रशासन की है। साइबर थाना के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार वर्मा ने बताया कि इस तहत का प्रकरण सामने आया है। मामले की जांच चल रही है।