अयोध्या। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना ने आतंकवाद के मनोवैज्ञानिक पहलू की ओर गंभीर ध्यान आकर्षित किया है। विशेषज्ञों के अनुसार आतंकवादी बनने के पीछे अक्सर सुनियोजित ब्रेन-वाशिंग होती है, जो व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता को पूरी तरह बदल डालती है।
