अम्बेडकर नगर। भीटी तहसील में कूटरचित दस्तावेज के सहारे लगभग एक दशक पूर्व मृत व्यक्ति का हस्ताक्षर बनाकर बेशकीमती जमीन को हथियाने का प्रयास किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई है। जानकारी के अनुसार तहसील के महरुआ बाजार में टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गाटा संख्या 182 व 183 जो स्व.राम अवध पुत्र राम किशुन के नाम दर्ज है। उक्त जमीन राम अवध ने वर्ष 1983 में किशनागरपुर थाना जयसिंहपुर जनपद सुल्तानपुर निवासी जनार्दन गुप्ता पुत्र अनकूल को बैनामा कर दिया था, अभी तक उक्त भूखण्ड का खारिज दाखिल नहीं हो सका है। अभिलेखों के मुताबिक जनार्दन गुप्ता की मृत्यु सन 2012 में हो जाती है। वहीं दूसरी तरफ तहसील कर्मियों की मिलीभगत से लगभग 11 वर्ष पूर्व मृत जनार्दन गुप्ता दिनांक 7 सितंबर 2021 को उक्त जमीन अपने नाम खारिज दाखिल कराने हेतु तहसील पहुंचकर शपथ पत्र देते हुए आरसी प्रपत्र 11 पर हस्ताक्षर कर देते हैं।
उक्त मामले का खुलासा तब हुआ जब पड़ोसी डॉ.देवी प्रसाद सिंह ने तहसील पहुंचकर उक्त जमीन से सम्बंधित कागजात निकलवाया।इस बावत डॉक्टर देवी प्रसाद सिंह का आरोप है कि पूरे मामले में हालापुर थाना जयसिंहपुर जनपद सुल्तानपुर निवासी संतोष सिंह, स्थानीय लेखपाल तथा अन्य तहसील कर्मियों के साथ मिलकर सरकार की बेशकीमती जमीन को हथियाने का कुचक्र रच रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत कर मामले की निष्पक्ष जांच तथा इसमें लिप्त लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है।वहीं दूसरी तरफ इस सन्दर्भ में तहसीलदार भीटी बंसराज का कहना है की उक्त मामले की जांच कराकर इसमें दोषी पाए गए लोगों खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।