कुमारगंज, अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील प्रशासन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी के आदेशों का पालन नही कर रहा है । नवनिर्मित अयोध्या-रायबरेली एनएच- 330 ए हाईबे पर छुट्टा पशुओं का झुंड घूमता रहता है। शाम होते ही कई झुंडो में छुट्टा मवेशी सड़को पर पहुंच जाते है। बारुन, कुचेरा, इनायत नगर, मिल्कीपुर, मुंगीसपुर, बड़ी नहर, तेन्धा, बरई पारा, नगर पंचायत कुमारगंज, पिठला गाँव के पास हाईबे पर छुट्टा जानवरों का झुंड इकट्ठा होकर रोड पर ही बैठ जाता हैं। अयोध्या और जगदीशपुर की तरफ से आने-जाने वाले भारी व हल्के वाहनों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी कभी छुट्टा मवेशियों का झुंड आपस में ही लड़ता है। जिसकी जद में मोटर साईकिल और साइकिल पर सवार लोग आ जाते है और दुर्घटना का शिकार हो जाते है।
यही नहीं छुट्टा पशु भी हादसे का शिकार होकर अपनी जान गवां रहे हैं। अभी हाल में ही बीती 17 सितंबर को भोर में रामगंज के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से करीब 9 गौबांशो की दर्दनाक मौत हो गई। मिल्कीपुर तहसील प्रशासन ने आनन-फानन में मृत पड़े छुट्टा मवेशियों को हाईवे से हटवाकर दफन करवाया था। वही गुरुवार को पावर हाउस कुमारगंज के सामने फोरलेन पर दुर्घटना का शिकार एक गौवंश खुले आसमान के नीचे मरणासन्न अवस्था में तड़पता हुआ देखा गया। आसपास के लोगों की माने तो बीते दो दिनो से सड़क पर गौवंश पड़ा हुआ है। बेचारे बेजुबान के ऊपर किसी भी जिम्मेदार की नजर तक नहीं पड़ रही हैं। जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्लॉक क्षेत्र में गौशालाओं का निर्माण करवाया है और करोड़ों का बजट छुट्टा मवेशियों के भरण पोषण और बेहतर स्वास्थ्य के लिए दिया जा रहा, छुट्टा गौबांशो को पकड़ कर गौ आश्रय स्थलों में रखने का निर्देश दिया जा रहा वही स्थानीय अधिकारियो द्वारा मात्र कागजों में ही छुट्टा जानवरों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा।