◆ नगर निगम तथा जिंगल बेल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में हुई परिचर्चा
अयोध्या। नगर निगम अयोध्या व जिंगल बेल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में प्रतिबन्धित पॉलीथीन का प्रयोग रोकने एवं कूडे के पृथक्कीकरण, आदि विषयों परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा की अध्यक्षता महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने की।
परिचर्चा में जिंगल बेल स्कूल की निदेशक श्रीमती मंजुला झुनझुनवाला द्वारा प्लास्टिक का उपयोग रोकने एवं निकलने वाले अपशिष्ट को थ्री आर रिफयूज, रीयूज, रीसाईकिल पद्वति पर निस्तारित किये जाने व प्रतिबन्धित पॉलीथीन के स्थान पर कपड़े या कागज के थैले प्रयोग किये जाने के सम्बन्ध में विचार प्रकट किये गये।
प्रतिमा शुक्ला ने बताया कि प्लास्टिक का उपयोग रोकने हेतु स्कूल कॉलेज से लेकर वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाना चाहिए। इसके साथ साथ जिंगल बेल नर्सरी स्कूल सोसाइटी द्वारा मासिक रूप से प्लास्टिक इकट्ठा करते हुए इको ब्रिक बनाये जाने व ब्रिक तैयार कर बेंच एवं वॉल आदि में उपयोग किये जाने की पहल की गयी। आजाद सिंह द्वारा किचन से निकलने वाले गीले कूड़े को कम्पोस्ट में परिवर्तित करते हुए उद्यान आदि में प्रयोग किये जाने का विचार व्यक्त किया गया।
गौतम घोष ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पूर्णतः प्रतिबन्धित होने के बावजूद भी प्रचलन में है, जिसको पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित किया जाना चाहिए।
महापौर ने प्लास्टिक के विरूद्ध अभियान में इस पहल के लिए जिंगल बेल नर्सरी स्कूल सोसाइटी का आभार व्यक्त किया गया। संस्था को इस अभियान में सहभागिता करने व आमजन को इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किये जाने का अनुरोध किया गया। अयोध्या विश्व की सर्वोत्तम नगरी के रूप में विकसित हो। यह हम सभी का प्रयास है।
नगर आयुक्त द्वारा संस्था का आभार व्यक्त करते हुए अवगत कराया गया कि वर्तमान में घरों से निकलने वाला मिश्रित कूड़ा मुख्य समस्या का कारण है। आमजन से अपील है कि कूड़े के संग्रहण हेतु 02 डस्टबिन का उपयोग किया जाये, जिससे एक कूड़ेदान में गीला कूड़ा व दूसरे कूड़ेदान में सूखा कूड़ा एकत्र किया जाए।
इस परिचर्चा में अपर नगर आयुक्त शशि भूषण राय, वागीश कुमार शुक्ला, जोनल अधिकारी, अशोक कुमार गुप्ता, गुरू प्रसाद पाण्डेय, मुख्य सफाई एवं खाद्य निरीक्षक राजेश कुमार झा, कमल कुमार, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक देवी प्रसाद शुक्ला आदि उपस्थित रहे।