अयोध्या । नदियों में मत्स्य सम्पदा के संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन के दृष्टिकोण से विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर जनपद अयोध्या में द्वितीय चरण में गुप्तार घाट पर 1.25 लाख भारतीय मेजर कार्प-कतला, रोहू एवं नैन के 80 से 100 मि0मी0 के मछली के बच्चे सरयू नदी में छोडे गये। रिवर रैंचिंग के पूर्व गुप्तार घाट पर जागरूकता गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता जनपद अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने किया।
सांसद ने कहा कि रीवर रैंचिंग कार्यक्रम वर्तमान सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। जो नदियों में मत्स्य सम्पदा के कम हो रहे संसाधन को बढाये जाने में सहायक होगी और इससे नदियों के किनारे आवासित मछुआरों को मछली की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित होगी साथ ही मछली की बिक्री से उन्हें रोजगार के संसाधन उपलब्ध होंगे। भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने अपने सम्बोधन में रिवर रैंचिंग कार्यक्रम को मछुआरों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण का वर्तमान सरकार का अभिनव प्रयास बताया।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव ने कहा कि इस योजना से मत्स्य उत्पादन और उत्पादकता की वृद्वि के साथ-साथ मछुआरों के लिये कल्याणकारी परियोजनाओं का भी क्रियान्वयन हो रहा है, इस वर्ष इस योजना का व्यापक प्रचार प्रसार हुआ है जिसके परिणाम स्वरूप ही विभिन्न परियोजनाओं के 738 आवेदन पत्र प्राप्त हुये हैं।
सहायक निदेशक मत्स्य ए0के0 शुक्ला ने कहा कि नदियों में मत्स्य सम्पदा संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन हेतु रिवर रैचिंग का कार्यक्रम प्रधानमन्त्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत पूरे प्रदेश में आयोजित हो रहा है। जनपद अयोध्या का रिवर रैंचिंग का लक्ष्य 5.00 लाख निर्धारित था जिसके प्रथम चरण में 3.75 लाख मत्स्य अंगुलिका पूर्व में सरयू नदी में छोडी गयी थी। उसी के क्रम में द्वितीय चरण में 1.25 लाख मत्स्य अंगुलिकायें गुप्तार घाट पर सरयू नदी में प्रवाहित की गयीं।