अयोध्या । राम की नगरी अयोध्या में तुलसी विवाह महोत्सव धूम धाम से मनाया गया। तुलसी विवाह के दौरान श्रद्धालु उत्साहित देखे। दरसअल हिंदू मान्यताओं के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु के शालीग्राम रूप के साथ माता तुलसी का विवाह किया जाता है। जिसे तुलसी विवाह भी कहा जाता है। यह विवाह कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को तुलसी विवाह होता है। इस दिन व्रत रखने और तुलसी जी का भगवान शालीग्राम के साथ विवाह कराने का विधान है। इसी के बाद से शुभ विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाता हैं।जिसको लेकर अयोध्या के लव-कुश मंदिर व अन्य मंदिरों में में भी तुलसी विवाह महोत्सव का कार्यक्रम मनाया गया। धूमधाम से बारात भी निकाली गई। अयोध्या के कई मंदिरों में 56 भोग का प्रसाद भगवान को चढ़ाया गया। इस तुलसी विवाह महोत्सव के अवसर पर अयोध्या के मंदिरों को सजाया गया व झांकियां व सांस्कृतिक कार्यक्रम नृत्यको द्वारा किया। लव-कुश मंदिर के महंत राम केवल दास ने बताया कि दो नवंबर से तुलसी विवाह का महोत्सव मंदिर मे धूम धाम से मनाया जा रहा और आज यहां पर 56 भोग लगाया गया।