◆ अयोध्या धाम के वार्डों को होगी 24 घन्टे पेयजल की सप्लाई
◆ अमृत योजना 2.0 के अंतर्गत 200 करोड़ की लागत से पेयजल व्यवस्था में होगा सुधार, तीसरे फेस का जल्द शुरू होगा काम
अयोध्या। अमृत योजना 2.0 के तहत नगर निगम के अयोध्या धाम वाले इलाके में 24 घंटे स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की परियोजना पर तेजी से कार्य चल रहा है। इस परियोजना के तहत अगस्त 2025 तक अयोध्या धाम के सभी वार्डों में बिना मोटर या सबमर्सिबल पंप के 21 मीटर की ऊंचाई तक प्रेशर के साथ पानी की आपूर्ति होगी। यह परियोजना न केवल अयोध्या के निवासियों के जीवन को सुगम बनाएगी, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी इस पवित्र नगरी को सुविधाजनक बनाएगी। केंद्र सरकार की अमृत योजना 2.0 के तहत शुरू की गई इस 200 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य अयोध्या धाम को 24×7 स्वच्छ और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है।
तीन चरण की योजना, पहले का काम लगभग पूरा
इस परियोजना को तीन चरणों में लागू किया जा रहा है, जिसमें पहले चरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। नगर आयुक्त संतोष शर्मा के अनुसार, पहले चरण में सात वार्डों में 24×7 पेयजल आपूर्ति का कार्य अंतिम चरण में है। अवधपुरी के दो वार्डों में शत-प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, जबकि बाल गंगाधर तिलक जैसे अन्य वार्डों में 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। परियोजना के दूसरे चरण में अयोध्या धाम के नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों को शामिल किया गया है। इस चरण में कार्य तेजी से चल रहा है और अगस्त 2025 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना की सबसे खास बात यह है कि यह अयोध्या के हर घर में स्वच्छ और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति को सुनिश्चित करेगी।
छत पर टंकी व आरओ लगाने की भी जरूरत नहीं
अब न तो घरों में पानी की टंकी लगाने की जरूरत होगी, न ही घड़ा या आरओ सिस्टम की। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि इस परियोजना के तहत पानी की गुणवत्ता इतनी उच्च होगी कि इसे सीधे नल से गिलास में लेकर पिया जा सकेगा। इसे ड्रिंक फ्रॉम टैप की सुविधा के रूप में देखा जा सकता है, जो अयोध्या के लिए एक क्रांतिकारी कदम है।
आधुनिक तकनीक से होगी जलापूर्ति की निगरानी
इस परियोजना में आधुनिक तकनीक का उपयोग भी किया जा रहा है। इसके तहत एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जहां से पानी के प्रवाह और प्रेशर की रियल-टाइम मॉनिटरिंग होगी। इस सिस्टम के जरिए पानी की लीकेज या अन्य समस्याओं का तुरंत पता लगाया जा सकेगा, जिससे जल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा को तुरंत दूर किया जा सकेगा।
सरयू नदी का शुद्ध जल घर-घर तक पहुंचाने की है योजना
परियोजना का तीसरा चरण और भी महत्वाकांक्षी है। इस चरण में सरयू नदी के पानी को ट्रीट करके घरों तक पहुंचाने की योजना है। शहरवासियों के लिए स्वच्छ पेयजल का स्रोत भी बनेगी। हालांकि इस चरण को लागू करने में अभी कुछ समय लगेगा, लेकिन यह अयोध्या के लिए एक दीर्घकालिक और टिकाऊ जल समाधान प्रदान करेगा।
नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण व परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने का निर्देश
नगर आयुक्त ने संतोष कुमार शर्मा द्वारा अमानीगंज जलकल में स्थापित कमांड सेंटर में जलनिगम,जलकल के अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की गई। साथ ही उन्होंने कहा कि चल रही परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करने का निर्देश दिया। बैठक के बाद अयोध्या जलकल, अमानीगंज परिसर स्थित 24Û7 जलापूर्ति हेतु स्थापित स्काडा (SCADA & Supervisory Control and Data Acquisition) प्रणाली का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उक्त तकनीकी सिस्टम की कार्यप्रणाली, जल आपूर्ति की निगरानी व्यवस्था एवं संबंधित तकनीकी पहलुओं की समीक्षा की गई। इस दौरान अवधपुरी के पार्क में स्थापित बूस्टर पंप हाउस का निरीक्षण किया गया। नगर आयुक्त ने जालपा कालोनी के घरों पर अमृत 2.0 के 24X7 योजना के अंतर्गत यूजर इंड पर जाकर घरेलू वाटर सप्लाई का प्रेशर चेक किया गया। वहीं लोगों से फीडबैक भी प्राप्त किया।