◆ यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रामनगरी में होम स्टे की व्यवस्था कर रहा है पयर्टन विभाग
◆ विकास को लेकर 100 करोड़ की पहली किस्त शासन ने कर दिया है जारी
अयोध्या। रामनगरी के पयर्टन स्थलों व रामायण में वर्णित ऋषियों की तपोस्थली का विकास सरकार करने जा रही है। इसके लिए 100 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गयी है। अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में यह पयर्टन स्थल आते है। वहीं रामनगरी में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए होम स्टे की व्यवस्था भी की जा रही है।
उपनिदेशक पयर्टन आरपी यादव ने कहा कि अयोध्या को पयर्टन स्थल के रुप में विकसित किया जायेगा। जिसमें दशरथ समाधि सूरजकुंड, भरतकुंड जनमेजय कुंड व आस्तीकन, ऋंगी ऋषि का आश्रम प्रमुख है। यहां पर विभाग श्रद्धालुओं को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायेगा। जिसका रोड मैप तैयार करके शासन को भेजा गया था। जिसमें पहली किस्त जारी कर दी गयी है। अयोध्या तथा इससे जुड़े अन्य जनपदों की सीमा पर होटलों का निर्माण हो रहा है। परन्तु रामनगरी में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए होम स्टे की व्यवस्था भी की गई है।