बसखारी अंबेडकर नगर। प्रभु राम जी का चरित्र व्यक्ति को कर्तव्यों, अधिकारों और सामाजिक जिम्मेदारियों का बोध करती है।प्रभु श्री राम चन्द्र जी के जीवननिष्ठ कार्य से मनुष्य धर्म और धार्मिक जीवन का अनुसरण कर अपना जीवन सार्थक कर सकता है। प्रभु श्री राम के आदर्श भारत और हिन्दू धार्मिक ग्रंथों में ही लोक प्रिय नहीं है। इनकी लोकप्रियता दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ जैन और बौद्ध ग्रंथों में भी सुनने को मिलती है। रामायण और रामचरित मानस प्रभु श्री राम, माता सीता, लक्ष्मण,भरत,शत्रुघ्न सहित अन्य कई पात्रों के जीवन आदर्शो पर आधारित एक ऐसा ग्रंथ है जो देश के कोने कोने में शरद ॠतु के दौरान रामलीला के मंचन के माध्यम से इन सभी के आदर्शों पर चलने की सीख देता है। उक्त विचार नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने श्री नवयुवक रामलीला समिति वहिगवा जोगी पुर में रामलीला मंचन का फीता काटकर शुभारंभ करने के दौरान कहीं है। चेयरमैन ओमकार गुप्ता ने रामलीला समिति के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद भी ज्ञापित किया। रामलीला रंगमंच पर पहुंचे चेयरमैन ओमकार गुप्ता का रामलीला समिति के अध्यक्ष बृजेश तिवारी, सचिव बजरंगी लाल गुप्ता सहित कई अन्य लोगों के द्वारा श्री रामचंद्र जी का चित्र स्वरूप स्मृति चिन्ह देखकर सम्मान भी किया गया। इसके बाद रामलीला मंचन के दौरान शुरू हुई आरती में भी अपने सहयोगी एवं रामलीला समिति के सदस्यों एवं पदाधिकारियों के साथ चेयरमैन ओमकार गुप्ता शामिल भी हुए।