◆ दो दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन 6 मई से अवध विश्वविद्यालय में होगा प्रारम्भ
◆ कार्यक्रम के प्रबन्धन की जिम्मेदारी सम्हालेगी जिंगल बेल स्कूल की टीम
@ रामानुज सिंह रामा
अयोध्या। स्पीक मैके द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारतीय संगीत, नृत्य व सांस्कृतिक मूल्यों को परिभाषित करने वाले दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन अवध विश्वविद्यालय में किया जायेगा। 6 मई से प्रारम्भ होने वाले इस कार्यक्रम को श्रुति अमृत का नाम दिया गया है। कार्यक्रम के आयोजक अवध विश्वविद्यालय तथा प्रबन्धन जिंगल बेल स्कूल की टीम के द्वारा किया जायेगा।
जिंगल बेल स्कूल की मैनेजिंग डायरेक्टर मंजुला झुनझुनवाला ने बताया कि आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर डा किरन सेठ द्वारा 1977 में इसकी नींव रखी गयी थी। जिसके लिए उन्हें 2009 में पद्मश्री मिला था। संस्कृति मंत्रालय ने आजादी के अमृत महोत्सव पर स्पीक मैके को पूरे देश में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारी दी है। जिसके तहत अवध विश्वविद्यालय में यह आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 6 मई को राजस्थानी फोक, पुंग चोलम की प्रस्तुति की जायेगी। 7 मई को भारतीय वायलिनिस्ट मंजूनाथ मैसूर तथा क्लासिकल गायक उल्हास कशालकर के कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस कार्यक्रम में आम क्लासिकल संगीत प्रेमियों को आमंत्रित किया गया है। परन्तु उन्हें स्पीक मैके द्वारा निर्धार्रितर किये गये नियमों का पालन करना पड़ेगा। उन्होने बताया कि जिंगल बेल में 1955 से लकर अभी तक हर साल स्पीक मैके द्वारा कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाती है। इससे छात्रों के भीतर भारतीय संस्कृति व परम्पराओं के बारें में जानकारी होती है। यह उनके भीतर भाव को पैदा करता है। जो उनके कैरियर में लाभदायक होता है।