◆ अंतिम दिन हुई सिद्धिदात्री माता की पूजा
◆ पूजा पंडालों पर दर्शन करने लिए भारी संख्या में पहुंच रहे हैं श्रद्धालु
◆ विजय दशमी पर मेंले व प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद विधिवत संपन्न हो जाएगा नवरात्रि का महापर्व
@ सुभाष गुप्ता
बसखारी अंबेडकर नगर। नवरात्रि की नवमी तिथि पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ क्षेत्र के पंडालों में सजी मां दुर्गा की प्रतिमाओं का दर्शन करने के लिए भारी संख्या में पहुंची। जहां पर देर रात तक भक्तों ने मंदिरों व पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं के साथ अन्य देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर सुख शांति के लिए कामना की। इसी के साथ नवरात्रि की नवमी तिथि पर देवी दुर्गा के नवे स्वरूप सिद्धिदात्री माता की स्तुति,हवन व कन्या पूजन के साथ नवरात्रि का धार्मिक महोत्सव सोमवार को समाप्त हो गया।हालांकि गांव व कस्बो में सजाए गए पंडालों में स्थापित देवी प्रतिमाओं की पूजा आराधना का क्रम दशमी की तिथि को भी जारी रहेगा।और बुधवार को शोभायात्रा निकालकर स्थापित प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ नवरात्रि का विधिवत समापन हो जायेगा। बाजार व कस्बों में सजाए गए पंडाल व बिजली की सजावट लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। और पंडालो से ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से निकलने वाले भक्ति मय गीतों पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालु झूमते नजर आए। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सजाई गई देवी प्रतिमाओं के समक्ष जुटी महिला श्रद्धालुओं के द्वारा देवी पचरा गीत गाने का सिलसिला नवमी तिथि पर भी जारी है।सोमवार को नवरात्रि की नवमी तिथि पर भक्तों ने अपने घरों में स्थापित माता की चौकी के समक्ष कन्या व हवन-पूजन के साथ सिद्धिदात्री माता की पूजा आराधना कर अष्टमी तिथि के व्रत का पारण किया। जबकि शास्त्रों के ज्ञाताओं के द्वारा 9 दिन का व्रत रखने वाले जातको को दशमी तिथि पर व्रत का पारण करने की बात बताई जा रही है।सोमवार को नवरात्रि के अंतिम दिन भक्तों के द्वारा सिद्धिदात्री माता की पूजा आराधना के साथ हवन व कन्या पूजन किया गया ।