अयोध्या। कुंवरि चंद्रावती महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन सोमवार को हुआ। समापन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. अजय मोहन श्रीवास्तव पूर्व प्राचार्य साकेत महाविद्यालय अयोध्या थे। उन्होंने कहा कि ऐसे सामूहिक कार्यक्रमों से ही बौद्धिक विकास और व्यक्तित्व का निर्माण होता है। छात्रों के अंदर से संकोच समाप्त होकर एक ग्रुप में वर्ग विभेद के बिना सभी मिलकर कार्य करने से स्वयं के लिए तो छात्र निर्मित ही होते हैं साथ ही राष्ट्र की सेवा भावना जागृत होती है ।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सत्यनारायण पाण्डेय ने का कि कठिन परिश्रम और लगन से ही किसी कार्य की पूर्णति होती है। चाहे पढ़ाई हो या सामाजिक गतिविधियों में सुधार की भावना या दैनिक जीवन में जीवन की सफलता की बात हो, बिना सच्ची लगन और कठिन परिश्रम के बिना कुछ भी संभव नहीं है। राष्ट्रीय सेवा योजना इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति हेतु प्रेरणादाई कार्यक्रम है। इसमें स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व के विकास के साथ-साथ राष्ट्र का विकास भी संभव है। कार्यक्रम का संचालन स्वयं कार्यक्रमाधिकारी डॉ. बुशरा अंजुम ने किया । इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों डॉ निर्मल श्रीवास्तव, डॉ मधु मिश्रा, डॉ सुमन मिश्रा, डॉ रिजवान, शैलेंद्र कुमार यादव, शताक्षी उपाध्याय, रिंकू सिंह, श्याम जी उपाध्याय, डीपी सिंह, डॉ. कात्यायनी समेत सभी प्राध्यापक मौजूद थे। स्वयं कु0 सरगम ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बुशरा अंजुम ने सात दिवस के विशेष शिविर कार्यक्रम का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।