अयोध्या। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया फाउंडेशन के सामाजिक दायित्व के तहत रामनगरी को कचरा मुक्त बनाने के लिए शनिवार को समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत नगर के चार वार्डों को क्लीन बनाया जाएगा। नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी मुकेश कुमार पांडेय ने बताया कि शनिवार को अमानीगंज स्थित एक होटल में नगर निगम के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, सहायक नगर गुरूप्रसाद पांडेय, एसबीआई फाउंडेशन के अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, रितेश सैन, मुस्कान शर्मा, चिंतन संस्था की ओर से संस्थापक निदेशक भारती चतुर्वेदी, अपूर्व अग्रवाल, प्रगुण गोयल की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। मऊ शिवाला स्थित एमआरएफ के माध्यम से यह संस्था आसपास के चार वार्डों को कूड़ा मुक्त बनाएगी। वार्डों के चयन एवं निगरानी के लिए समवन्य समिति का गठन किया जाएगा।
महापौर ने कहा कि रामनगरी की स्वच्छता की चिंता नगर निगम के साथ ही एसबीआईएफ ने भी की है। यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि दुनिया का हर व्यक्ति अयोध्या आना चाहता है। उसकी सेवा नगर निगम किसी न किसी रूप में करती है। वह अयोध्या की अच्छी छवि लेकर लौटे, इसके लिए सरयू के प्रदूषण स्तर को निरंतर नियंत्रित कर हर किसी को निर्मल जल तथा साफ-सुथरा वातावरण उपलब्ध कराना नगर निगम का दायित्व है। यह कार्य बिना सामाजिक सहयोग के संभव नहीं है।
नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि नगर को जनसहयोग से ही स्वच्छ बनाया जा सकता है। नगर में लगभग 200 मीट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन निकलता है, जिसे वर्गीकृत कर निस्तारण की जरूरत है। इस दिशा में एसबीआईएफ एवं चिंतन पर्यावरण अनुसंधान एवं कार्य समूह की पहल काफी निर्णायक होगी। उन्होंने संस्था को हर संभव सहयोग का वादा किया। अपर नगर आयुक्त ने गुरुप्रसाद पांडे ने चिंतन ग्रुप का 35 स्कूलों में स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में किए गए काम की चर्चा की और कूड़ा संग्रहण में आने वाली भूमिका पर प्रकाश डाला।
एसबीआईएफ के जगन्नाथ साहू ने कहा कि चार वार्डों में प्रयोग सफल रहा तो इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि एसबीआईएफ दो सौ संस्थाओं के माध्यम से सीएसआर राशि का उपयोग कर 300 परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिसका लाभ तीन करोड़ लोगों को किसी ने किसी रूप में प्राप्त हो रहा है।
चिंतन पर्यावरण अनुसंधान एवं कार्य समूह की संस्थापक निदेशक भारती चतुर्वेदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा को रीसाइकिल कर उसे दोबारा प्रयोग लायक बनाने की आवश्यकता है, जिस दिशा में यहां कार्य किया जाएगा। इस मौके पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरएम शुक्ल, सफाई निरीक्षक कमल किशोर, राकेश झा आदि मौजूद रहे।