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अयोध्या। सरकार रामनगरी में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। देश-विदेश से अयोध्या आने वाले भक्तों को श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के दौरान किये गए संघर्षों की गाथा थ्रीडी वीडियो के जरिये दिखाई जा रही है। सिर्फ 9 मिनट के वीडियो में ही श्रद्धालु श्रीराम के जीवन उतार चढ़ाव को देखकर भाव-विभोर हो जा रहे हैं। इसके लिए हनुमान गढ़ी के पास राज द्वार पार्क में दुर्लभ दर्शन केंद्र की स्थापना कराई गई है।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। रामनगरी में आने वाले श्रद्धालुओं को श्रीराम के जीवन जुड़ी गाथाओं से लोगों को जोड़ने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से श्रीराम वन गमन से जुड़े वर्चुअल रियलिटी पर डेमो शुरू कराया है। काशी विश्वनाथ, मां वैष्णो देवी भवन में भी ऐसी व्यवस्था है।
9 मिनट में अयोध्या को एनिमेशन के जरिये दिखाया जाता है, तमसा नदी, भरत मिलाप, लक्ष्मण पहाड़ी, अनुसुइया माता दर्शन, दंडकारण्य, पंचवटी, धनुषकोडि, एनिमेशन के ही जरिये श्रीराम का लंका में सूर्य तिलक दिखाया जाता है।
दुर्लभ दर्शन केंद्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। करार के तहत टेक एक्स आर इनोवेशंस कंपनी ने अभी केंद्र में 10 कैमरे लगवाए हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को एक हेड फोन भी दिया जाता है। नगर क्षेत्र में और भी दुर्लभ दर्शन केंद्रों की स्थापना प्रस्तावित है। 18 तीर्थस्थलों को वर्चुअल रिएलिटी के जरिए जोड़े जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए शूटिंग पूरी कर ली गई है। इसमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी मंदिर, नागेश्वर नाथ मंदिर, राम की पैड़ी, छोटी देवकाली मंदिर, रंग महल, सूर्य कुंड, भरत कुंड, गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली मंदिर, कनक भवन मंदिर व दशरथ महल मंदिर मुख्य हैं।
बीकानेर से आये विकास तिवारी ने दुर्लभ दर्शन के बाद बताया कि गजब का अनुभव हुआ है। अयोध्या आने वाले हर भक्त को रामलला का दर्शन करने के पश्चात इसे जरूर देखना चाहिए।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अभी इस योजना बढ़ावा दिया गया है। हालांकि अभी यह डेमो के तौर पर दिखाया जा रहा है। अब तक एक हजार से भी अधिक लोग इसका डेमो ले चुके हैं। अभी इसके और केंद्र भी खोले जाएंगे। उज्जैन की भस्म आरती, मैहर, वैष्णो देवी व ओंकारेश्वर व भीमाशंकर के धार्मिक स्थलों व कथाओं को भी यहां दिखाने की कवायद शुरू की गई है।
अयोध्या में अभी और दुर्लभ केंद्र खोले जाने हैं। अभी दीपोत्सव पर शुरू हुए दुर्लभ केंद्र का चार्ज नहीं लग रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में 100 से 150 रुपये चार्ज लिया जाएगा। चार्ज के माध्यम से सरकार को भी राजस्व जाएगा।