◆ आधुनिक सुविधाओं से युक्त पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे हुआ जनता को सर्मपित
अयोध्या। पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के पहले चरण का लोकार्पण तथा दो अमृत भारत व छह नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। प्रधानमंत्री ने रूमा-चकेरी-चंदारी तीसरी लाइन परियोजना, जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा तथा मल्हौर-डालीगंज रेल सैक्शन का दोहरीकरण और विद्युतीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित किया ।
रेलवे स्टेशन पहुंचने पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री को रेलवे स्टेशन को पुर्नविकसित किए जाने को लेकर कराए गए कार्यो का ब्यौरा दिया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, सांसद लल्लू सिंह, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, शोभन चौधुरी, मण्डल रेल प्रबंधक लखनऊ, डॉ॰ मनीष थपल्याल सहित रेलवे के अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे ।
पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के पहले चरण का पीएम ने किया उद्घाटन
अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग तीन मंजिल है। जिसका फ़ुटप्रिंट 140 मीटर बाई 32.6 मीटर है। यात्रियों को प्रतिकूल मौसम की स्थिति से बचाने के लिए ड्रॉप-ऑफ़ ज़ोन पर 140 मीटर बाई 12 मीटर का एक अतिरिक्त फ्रंट पोर्च भी प्रदान किया गया है। आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग प्रावधान रखा गया है। लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, शिशु देखभाल कक्ष बनाएं गए है। भूतल और प्रथम तल पर वेटिंग हॉल बनाए गए है। अयोध्या स्टेशन के पुनर्विकास पर लगभग 241 करोड़ रुपये की लागत आई है।
चलाई गई दो अमृत भारत ट्रेनें
दरभंगा-अयोध्या धाम -आनंद विहार टर्मिनल और मालदा टाउन-सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) दो नई अमृत भारत को भी पीएम ने जनता को सर्मपित किया। अमृत भारत रेलगाड़ी एलएचबी पुश पुल वाली रेलगाड़ी है, जिसमें गैर-वातानुकूलित कोच लगाए गए हैं। दोनों छोर पर लोको इंजन लगाए गए हैं। नए रंगों वाली और आकर्षक है। इस रेलगाड़ी में शंटिंग की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि दोनों सिरों पर लगे इंजन रेलगाड़ी को दोनों दिशाओं में चलने में सक्षम बनाते हैं । इसमें यात्रियों के लिए बेहतर एलईडी लाइटें, सीसीटीवी, सार्वजनिक सूचना प्रणाली, फोल्डेबल स्नैक टेबल, उपयुक्त मोबाइल होल्डर के साथ मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, सुन्दर और आकर्षक डिजाइन वाली सीटें, बेहतर सामान रैक जैसी सुविधाएं प्रदान की गई हैं । अमृत भारत रेलगाड़ियां अमृतकाल में देशवासियों के लिए एक नई सौगात हैं ।
छह नई वंदे भारत रेलगाड़ियां की भी हुई शुरुआत
प्रधानमंत्री द्वारा श्रीमाता वैष्णों देवी कटरा-नई दिल्ली, अमृतसर-दिल्ली जंक्शन, कोयंबटूर-बेंगलुरु कैंट, मैंगलोर-मडगांव, जालना-मुंबई, अयोध्या धाम -आनंद विहार टर्मिनल के बीच छह नई वंदे भारत रेलगाड़ियों की भी शुरूवात की गई। इन ट्रेनों के संचालन से उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर, तमिलनाडु, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, दिल्ली जैसे राज्यों में रेल संपर्क को बेहतर बनाएंगी ।
दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण परियोजनाएं
12.50 किलोमीटर लंबी रूमा-चकेरी-चंदारी तीसरी लाइन परियोजना 182 करोड़ रुपये की लागत, जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना के 152 किलोमीटर के हिस्से को 1919 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। 12.62 किलोमीटर के मल्हौर-डालीगंज रेल सैक्शन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण को 200 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।