मिल्कीपुर, अयोध्या। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर के अधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सराय धनेठी फार्मासिस्ट के सहारे चल रहा है। पीएचसी पर चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारियों की तैनाती के बावजूद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर से उनका मोहभंग होने का नाम नहीं ले रहा है। यही नहीं इन बेलगाम चिकित्सक तथा स्वास्थ्य कर्मियों की नजर में सीएमओ का आदेश भी बौना बना हुआ है। बता दें कि मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र की सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत सराय धनेठी अंतर्गत पूरे शिव बक्स पांडे में बीते 20 दिसंबर 2016 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किया गया था।
उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक करोड़ 28 लाख रुपए की लागत से निर्मित हुआ था। अस्पताल पर वर्तमान में डॉ मनोज वर्मा एवं फार्मेसिस्ट गंगोत्री प्रसाद, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक दुर्गा प्रसाद यादव तथा अभय शंकर द्विवेदी एवं स्वीपर मायाराम की तैनाती है। पीएचसी पर डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ की तैनाती होने के बावजूद भी मात्र फार्मासिस्ट एवं स्वीपर के सहारे अस्पताल चल रहा है। पीएचसी पर डॉक्टर सहित अन्य स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने के चलते मरीजों को 15 किलोमीटर दूर सीएचसी का सफर तय करना पड़ता है। कई बार सीएचसी के औचक निरीक्षण में पहुंचे सीएमओ डॉ अजय राजा को पीएचसी पर तैनात डॉक्टर सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी सीएचसी पर ही मौजूद मिले थे जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए डॉ सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अपने मूल तैनाती अस्पताल पर ही सेवाएं देने का निर्देश आदेश जारी किया था। पीएचसी पर स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती के बावजूद भी उनके न मौजूद होने के संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ अहमद हसन किदवई ने कहा कि हम डॉक्टर का नंबर दे देते हैं उन्हीं से पूछ लीजिए। अधीक्षक ने बाद में बताया कि पता करते हैं, वह अस्पताल क्यों नहीं जा रहे हैं। इस प्रकार से प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक भले ही अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य गर्मियों में जान फूंकने का काम कर रहे हो लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर पर विगत 10 वर्षों से तैनात अधीक्षक के कान में जूं नहीं रेंग रही है और वह अपनी राग में मस्त हैं।