अयोध्या। शहीदे आजम भगत सिंह के शहादत दिवस पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और उत्तर प्रदेश खेत मजदूर संगठन ने डाक बंगला परिसर स्थित एटक कार्यालय से नगर निगम स्थित शहीद प्रतिमा तक भाकपा जिला सचिव अशोक कुमार तिवारी और उत्तर प्रदेश खेत मजदूर संगठन के महामंत्री शैलेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में किसान मजदूर एकता मार्च निकाला तथा शहीद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीदों के सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।
शहीद प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात वहीं पर माता बदल और स्वामी नाथ पटेल की अध्यक्षता में सभा भी आयोजित की गई। सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 23 मार्च 1931 को भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु ने हंसते हुए देश की आजादी के लिए फांसी के फंदे को चूमा था। आजादी को 75 वर्ष बीत जाने के बावजूद शहीदों का सपना आज भी अधूरा है। देश की जनता सामाजिक और आर्थिक रूप से आज भी गुलामों जैसा जीवन जीने को विवश है। मंहगाई, बेरोज़गारी, सामाजिक असमानता, भेदभाव, समाज में बढ़ती कट्टरता हमारे सामने बड़ी चुनौती बनी हुई है।
वक्ताओं ने आगे कहा कि किसानों मजदूरों की हालत दिन प्रतिदिन बद्तर होती जा रही है। गांवों में मजदूरों के लिए न तो काम है और न ही सम्मान। किसानों की आमदनी लगातार घटती जा रही है ऊपर से खाद, बीज, सिंचाई के बढ़ते दामों और आवारा पशुओं से हो रही फसलों की बरबादी से किसान बेमौत मारा जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर सरकार अमृतकाल मना रही है लेकिन अमृतकाल केवल सत्ता में बैठे लोगों के लिए है जो जनता को पूरी तरह से कंगाल और गुलाम बनाने में लगे हुए हैं। ऐसी स्थिति में शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए जनता को स्वयं आगे आना होगा तभी सही मायने में जनता को अपना वास्तविक अधिकार प्राप्त होगा।
सभा के अंत में राज्यपाल को संबोधित सात सूत्रीय मांग पत्र भी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया जिसमें प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 की शर्तों को भाजपा सरकार द्वारा समाप्त किए जाने का विरोध किया गया है । सभा को सूर्यकांत पाण्डेय, माकपा जिला सचिव अशोक यादव, रामजी राम यादव, अनिरुद्ध मौर्य, मायाराम वर्मा, एस एन बागी, अयोध्या प्रसाद तिवारी, विनोद सिंह, राम प्रकाश तिवारी, बाबूराम यादव, मुजीब अहमद, राम कृपाल जायसवाल, डॉ जगन्नाथ, अवधराम यादव आदि ने सम्बोधित किया तथा सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।