अयोध्या। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा संयुक्त रूप से भूकम्प मार्क ड्रिल का आयोजन किया गया। साहबगंज स्थित श्याम सुंदर सरस्वती विद्यालय इंटर कालेज में भूकम्प की स्थिति में राहत और बचाव कार्यों का अभ्यास किया गया।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदाओं के दौरान राहत व बचाव कार्य की तैयारी जांचना एवं विभिन्न एजेंसियों के मध्य समन्वय स्थापित करना था। मार्क ड्रिल 12.50 बजे शुरू हुई। 1 बजकर 10 मिनट पर अचानक स्कूलों की आपातकालीन घंटी बजी, जिसमें छात्रों को भूकंप आने की सूचना दी गई। क्योंकि छात्र पहले से ही प्रशिक्षित थे कि भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए इसलिए छात्र घबराए नहीं बल्कि सावधानी से डेस्क के नीचे सर ढंककर बैठ गए और डेस्क को कसकर पकड़ लिया। भूकंप थमने के बाद छात्र खुले स्थान पर इकट्ठा हुए जहां उनका हेड काउंट किया गया यह ड्रिल करीब 45 मिनट तक चलता रहा।
तत्पश्चात इसकी सूचना एनडीआरएफ टीम को दी गई जो कि मौके पर इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह की टीम घटनास्थल पर पहुंची और तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया गया। इसी बीच सूचना मिलती है कि कुछ लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे हुए हैं जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल था, परंतु एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचाव कर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसी दौरान सूचना मिलती है कि बिल्डिंग के भूतल में भी कुछ लोग फंसे हैं। एनडीआरएफ की सीएसएसआर टीम के बचावकर्ता अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए दीवार को काटकर पीड़ित तक पहुंचे, उनको फर्स्ट एड दिया और सुरक्षित बाहर निकाल कर अस्पताल के लिए रवाना किया।तत्पश्चात् अग्निशमन विभाग अयोध्या द्वारा भूकम्प के दौरान लगी आग को बुझाया गया तथा बच्चों को अग्नि से बचाव का तरीका बताया गया व ड्रिल करके दिखाया गया।
मॉकड्रिल कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी महेंद्र कुमार सिंह, विनोद चौधरी, मणिशंकर तिवारी, प्रधानाचार्य, आपदा प्रबंधन से आपदा विशेषज्ञ यथार्थ तिवारी, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग व एनडीआरएफ के उप कमांडेंट संतोष कुमार, निरीक्षक धीरेंद्र कुमार सिंह, निरीक्षक दीपक मंडल एवं एनडीआरएफ के अन्य रेस्क्यूअर उपस्थित रहे।