अयोध्या। शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी का अंतिम संस्कार शनिवार को जमथरा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। शुक्रवार देर रात उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचा, जहां सेना द्वारा उन्हें मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। शनिवार सुबह उनका शव उनके पैतृक गांव मझवा गद्दौपुर लाया गया, जहां माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया। सेना के जवानों ने शहीद के पिता जंग बहादुर तिवारी को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। सुबह 11 बजे उनके शव की अंतिम यात्रा जमथरा घाट के लिए निकली, जहां पिता ने पुत्र को मुखाग्नि दी। जमथरा घाट पर सेना द्वारा उन्हें सलामी दी गई।
शहीद के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि हेतु जनसैलाब उमड़ पड़ा। उनके आवास पर प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी गौरव ग्रोवर, डोगरा रेजीमेंट सेंटर के अधिकारी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, अमित सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, पूर्व मंत्री तेज नारायण पाण्डेय पवन, सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चेत नारायण सिंह पूर्व मेयर ऋषिकेश उपाध्याय और बीजेपी महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव सहित कई जनप्रतिनिधियों, राजनितिक दलों के कार्यकर्ता व प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। शहीद शशांक तिवारी की शहादत पर पूरे जिले में शोक की लहर है। लोगों ने उन्हें सच्चा राष्ट्रभक्त बताते हुए कहा कि उनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा।