मिल्कीपुर, अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अधीक्षक सहित अन्य जिम्मेदार कर्मियों अक्सर अस्पताल से नदारद रहने आरोप मरीज व तीमादार लगाते रहते है। यहां आने वाले तीमारदारों ने बताया कि स्वास्थ्य पर्यवेक्षक डीपी यादव के अवकाश पर होने से विगत एक महीने से कार्यालय में ताला लटक रहा है। जबकि कार्यालय में लिपिक के पद पर चंद्रभूषण तिवारी की तैनाती की गई है लेकिन वह आज तक कभी कार्यालय पर नहीं आए हैं। कार्यालय में ताला बंद होने से आशा बहू तथा स्थानीय लोगों को जन्म, मृत्यु तथा गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण ना होने से गर्भवती महिलाओं के खाते में सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि भी नहीं पहुंच रही इसके साथ साथ कार्यालय संबंधी अन्य कार्य भी विगत एक महीने से बंद पड़ा है। आशा बहू तथा तीमारदारों को कार्यालय का रोजाना चक्कर लगाना पढ़ रहा है।
वहीं बीते 7 मार्च से लेकर 10 मार्च 2022 तक अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) व मुख्य चिकित्सा अधिकारी अयोध्या द्वारा एमसीटीएस ऑपरेटरों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण देते हुए उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पोर्टल पर कार्य करने के लिए उनकी तैनाती की थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बीते 8 मार्च को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षकों को पत्र भेजकर उन्हें निर्देशित किया था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन होने वाले समस्त संस्थागत जन्म एवं मृत्यु को 21 दिन के भीतर ससमय सी०आर०एम० पोर्टल पर पंजीकृत करके एम०सी०टी०एस० ऑपरेटर द्वारा लाभार्थियों को प्रमाण पत्र निर्गत किया जाए। आरोप यह भी है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पद पर तैनात डी पी यादव के मनमानी एवं दबंगई के चलते यहां एम०सी०टी०एस० ऑपरेटरों के द्वारा जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों को न बनवा कर स्वयं बनाया जा रहा है।
आशा बहू तथा स्थानीय लोगों ने नाम न प्रकाशित होने की शर्त पर बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर कार्यालय पर कई महीनों से लिपिक के पद पर तैनात चंद्रभूषण तिवारी को कार्यालय पर कभी नहीं देखा गया लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक अहमद ए हसन किदवई की मिलीभगत से लिपिक का प्रतिमाह का वेतन निकाला जा रहा है। कार्यालय में विगत दिनों से लिपिक के अभाव में ताला लटक रहा है। जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक अहमद ए हसन किदवई से फोन पर उक्त की जानकारी लेना चाहा तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।