अंबेडकरनगर। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर जनपद स्तर पर चलाए जा रहे अखिल भारतीय बाल बचाव एवं पुनर्वास अभियान के तहत बालश्रम व बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन को लेकर व्यापक जागरूकता एवं छापेमारी अभियान चलाया गया।थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम, श्रम विभाग, चाइल्डलाइन और अन्य संबंधित विभागों की संयुक्त टीम ने अकबरपुर-जालालपुर रोड स्थित हाईवे, ईंट भट्ठों व अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी व जनजागरूकता कार्यक्रम संचालित किया।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम के प्रभारी उप निरीक्षक यादवेन्द्र सोनकर, कांस्टेबल रंजीत यादव, सोनू कुमार, हेड कांस्टेबल ज्योति प्रकाश शुक्ला, महिला कांस्टेबल मनीषा और श्रम विभाग से कमलेश सिंह सहित टीम के सदस्यों ने क्षेत्र में गहन रैकी और पूछताछ के आधार पर बालश्रम रोकथाम का अभियान चलाया। इस दौरान एक किशोर श्रमिक बालश्रम करते हुए पाया गया, जिसे तत्काल मुक्त कराते हुए नियोजक को श्रम विभाग द्वारा नोटिस थमाया गया।अभियान के दौरान दुकानों, जनरल स्टोर और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों के संचालकों को बालश्रम अधिनियम की जानकारी दी गई। टीम ने स्पष्ट किया कि 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी बालक से श्रम करवाना कानूनन अपराध है और ऐसा करने पर कठोर दंड का प्रावधान है। यह अभियान बाल अधिकारों की सुरक्षा और बाल श्रमिकों के पुनर्वास के उद्देश्य से आगे भी जारी रहेगा। प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि यदि किसी स्थान पर बालश्रम या बाल भिक्षावृत्ति की जानकारी हो, तो तत्काल संबंधित विभागों को सूचित करें।