अम्बेडकर नगर। रमाबाई राजकीय महिला महाविद्यालय अकबरपुर में हिंदी दिवस के अवसर पर 14 सितंबर से 29 सितंबर तक लगातार चलने वाले हिंदी पखवाड़े का समापन हुआ। महाविद्यालयय के प्राचार्य व संरक्षक प्रोफेसर शेफाली सिंह के मार्गदर्शन में विभिन्न प्रतियोगितायों का आयोजन किया गया I
समापन समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर अरविंद कुमार वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दी ने भारतीय साहित्य, संस्कृति, और इतिहास को गहरे संबंधों से जोड़ा है। यह हमारी राष्ट्रीय भाषा होने के साथ ही हमारे समृद्ध विरासत का हिस्सा भी है। हिन्दी को भारत की सरकारी भाषा के रूप में मान्यता दी गई है और यह भारत के विभिन्न राज्यों में बोली जाती है।
इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता प्रोफेसर विश्वनाथ द्विवेदी अपने उद्बोधन में बताया कि भारत अनेकता में एकता वाला देश है। अपने विविध धर्म, संस्कृति, भाषाओं और परंपराओं के साथ, भारत के लोग सद्भाव, एकता और सौहार्द के साथ रहते हैं। भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं में, हिंदी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली और बोली जाने वाली भाषा है। इस अवसर पर हिंदी विभाग प्रभारी प्रोफेसर सुधा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय भाषाओं में केवल हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिसे राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाया जा सकता है क्योंकि यह अधिकांश भारतीयों द्वारा बोली जाती है; यह समस्त भारत में आर्थिक, धार्मिक और राजनीतिक सम्पर्क माध्यम के रूप में प्रयोग के लिए सक्षम है तथा इसे सारे देश के लिए सीखना आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ.अखिलेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ अनूप पांडेय, रवींद्र वर्मा, डॉ महेंद्र यादव,सतीश उपाध्याय, डॉ मनोज गुप्ता, चंद्रभान,डॉ अतुल कुमार कनौजिया, व महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित रही।