अंबेडकर नगर। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद में संचालित स्थाई/अस्थाई गो आश्रय स्थलों की समीक्षा बैठक आयोजित किया गया। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश का खण्ड विकास अधिकारी / सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) तथा पशुचिकित्सा अधिकारी प्रत्येक माह की 25 से 30 तारीख के मध्य सत्यापित करते हुये सत्यापन रिपोर्ट ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से प्रत्येक माह की 30 तारीख को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को प्रस्तुत की जाय तथा प्रत्येक माह की एक से तीन तारीख के मध्य मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के संयुक्त हस्ताक्षर से ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सत्यापन रिपोर्ट निदेशक पशुपालन विभाग को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से प्रेषित की जाय। प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर गौवंशों के भरण पोषण हेतु धनराशि सम्बन्धित गो आश्रय स्थल (सम्बन्धित पंचायत) गो आश्रय स्थल का संचालन करने वाली समिति अथवा संस्था (यथा स्थिति) को प्रत्येक माह की पांच तारीख तक डी०पी०टी० के माध्यम से पशुपालन निदेशालय द्वारा सीधे हस्तान्तरित किया जाय। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के अन्तर्गत सुपुर्दगी में दिये गए गोवंश का प्रत्येक माह की 25-28 तारीख के मध्य सत्यापन ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत अधिकारी एवं लेखपाल द्वारा किया जाए। गोवंश की बीमारी की दशा में उनका समुचित उपचार सम्बंधित पशुचिकित्सा अधिकारी द्वारा सुनिश्चित किया जाय तथा उपचारित गोवंश का विवरण प्रत्येक माह पोर्टल पर अपलोड किया जाय। इलाज के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी समुचित मात्रा में गो आश्रय स्थल का संचालन करने वाली संस्था / सम्बन्धित पंचायत द्वारा उपलब्ध कराया जाय। गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाये।गो आश्रय स्थलों में गोवंश कमजोर पाये जाने की दशा में संबंधित अधिकारी / कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाय। गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश की देख भाल हेतु दिन व रात के लिए सम्बन्धित पंचायत द्वारा केयर टेकर की व्यवस्था की जाये।गो आश्रय स्थलों से समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को जोड़ते हुये सामाजिक सहयोग प्राप्त किया जाये।निर्माणाधीन गो आश्रय स्थलों को उच्च गुणवत्ता के साथ यथाशीघ्र पूर्ण कराया जाय। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी तथा नोडल अधिकारी गौशालाओं का निरंतर भ्रमण करते रहे साथ ही साथ जिलाधिकारी द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि खरीद/दान के माध्यम से भूसा की व्यवस्था किया जाए। जिससे गोबंशो को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन, शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार कनौजिया, उप जिलाधिकारी अकबरपुर पवन कुमार जायसवाल, उप जिलाधिकारी जलालपुर हरिशंकर लाल, डी सी एन आर एल एम आर बी यादव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एन पी सिंह, जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी, समस्त खंड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी, नोडल अधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।