◆ गहनों के साथ चांदी का खड़ाऊ और भोजन के बरतन सहित पकवान नेग में शामिल
अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व विश्व के अनेक देश श्री राम प्रभु को उपहार समर्पित कर रहे हैं। जनकपुर धाम रामजानकी मंदिर नेपाल राष्ट्र से निकली भार सनेश यात्रा आज देर लगभग तीन दर्जन वाहनों से रात्रि कारसेवकपुरम् पहुंची। जिसमें पांच सौ से ऊपर रामलला के ससुराल पक्ष के भक्तगण सम्मलित हैं। जो अपने साथ तीन हजार से ऊपर उपहार भी लेकर आये हैं। जिसमें फल मिष्ठान, सोना, चांदी आदि समलित हैं।
नेपाल से आये लोगों का कहना है कि हमारा सौभाग्य है आज हमारे प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। 22 जनवरी को वह अपने सिंहासन पर विराजमान होंगे।
कारसेवक पुरम् में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पतराय ने उपहार को स्वीकार किया। इस दौरान उन्होंने कहा नेपाल और भारत का संबंध आत्मा से है। यह त्रेतायुग का चला आ रहा। यह प्राचीनता के साथ एतिहासिकता को प्रदर्शित करने वाला है। यह भेंट प्राप्त करना अति सौभाग्य का परिचायक है।
इस दौरान पूर्व राष्ट्रीय संयोजक प्रकाश शर्मा, विहिप नेता राजेंद्र सिंह, शरद शर्मा, धन्नजय पाठक, नेपाल से आये महंत रामरोशन दास वैष्णव, नगर निगम के प्रमुख मनोज शाह, विश्व हिंदू परषिद अध्यक्ष संतोष शाह, परमेश्वर शाह, अजय गुप्ता, मनीष रमन शाह लक्ष्मन शाह, मधुशाह, रेखा गुप्ता आदि समलित हुए।