◆ बसखारी पुलिस व स्वाट टीम को संयुक्त रूप से मिली सफलता
बसखारी अंबेडकर नगर। अवैध गांजे की खेप के साथ चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में बसखारी पुलिस व स्वाट टीम की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। पकड़े गए अभियुक्तों में दो अंतरराज्यीय भी बताए जा रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने लगभग 55 किलो अवैध गांजा भी बरामद किया है। मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मुकम्मल करने के लिए गुरुवार को बसखारी थाने के निरीक्षक अश्वनी मिश्र, एसएसआई अमरनाथ यादव, एस आई कृपाशंकर यादव हेड कांस्टेबल अनुज सिंह, श्यामा गुप्ता, कांस्टेबल रणधीर सिंह सहित कई अन्य आरक्षी बसखारी चौराहे पर मौजूद थे।
इसी बीच आजमगढ़ की तरफ से एक लग्जरी वाहन में गांजे की खेप ले जाए जाने की सूचना मुखबिर के द्वारा पुलिस को मिली। पुलिस ने तत्काल एसओजी प्रभारी अजय सिंह को सूचित कर डोडों तिराहे के इर्द-गिर्द लग्जरी वाहन को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए घेराबंदी शुरू कर आजमगढ़ की तरफ से आ रही लग्जरी वाहन को रोकने का प्रयास किया तो वाहन चालक वाहन को लेकर भागने लगा। लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए वाहन को घेर कर पकड़ लिया। और तलाशी ली तो उसमें अवैध गांजे की खेप के साथ चार आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
पुलिस की पूछताछ के दौरान चालक ने अपना नाम प्रभु रंजन प्रसाद पुत्र केशव प्रसाद निवासी कटघरवा थाना चौसा जनपद बक्सर बिहार, दुसरे ने संजय कुमार गुप्ता पुत्र स्वर्गीय ब्रह्मदेव प्रसाद निवासी गोपालपुर थाना शाहपुर जनपद भोजपुर आरा बिहार, राकेश वर्मा पुत्र त्रिलोकी वर्मा निवासी बसहिया थाना बसखारी, रामकरन वर्मा पुत्र बाबूलाल वर्मा निवासी कोड़रा बसखारी बताया। तलाशी के दौरान प्रभु रंजन के पास से 7 बंडल में 17.665 किलोग्राम गांजा व 700 रुपए, संजय कुमार के पास से 8 बंडल में कुल 16.560 गांजा व 610 रुपए, राकेश वर्मा के पास से 6 बंडल में 5.585 किलो गांजा व 920 रुपए, रामकरन के पास से 16 बंडल में कुल 15.140 ग्राम गांजा व तलाशी में 700 रुपए नगदी बरामद हुआ। कड़ाई से पूछताछ के दौरान आरोपियों ने नाजायज गांजे की तस्करी कर जीवन यापन करने की बात कबूल की। इस मामले की जानकारी होने नायब तहसीलदार फकीरे दास भी पहुंच गए।
एसएसआई अमरनाथ यादव ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर वाहन को सीज कर दिया। इस संदर्भ में थाना प्रभारी निरीक्षक अश्विनी कुमार मिश्र ने बताया कि मामले से संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया ।जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।