अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग एवं इनोवेशन सेल व इग्नू रीजनल सेण्टर लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को इनोवेशन स्टार्टअप और उद्यमिता विषय पर एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य वक्ता विनीत कुमार श्रीवास्तव, निदेशक एवं उप गवर्नर के कार्यपालक सहायक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, मुंबई ने कहा कि भारत 5 ट्रिलियन इकोनोमी बनने की दिशा में अग्रसर है। वर्ष 2030 तक इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
उन्होंने वर्तमान जी.डी.पी. व वितीय क्षेत्र में संगठित एवं असंगठित क्षेत्रो के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान वित्तीय लेन देन में पूरी तरह डिजिटाइजेशन होने से इनके विस्तार में गति मिली है। डिजिटल भुगतान के मामले में वैश्विक पटल पर भारत अग्रणी देशों की श्रृंखला में प्रथम स्थान पर है। इसके साथ ही डिजिटाइजेशन में भारत देश कृषि क्षेत्र में भी अनेक उपलब्धियां हासिल कर देश की जी.डी.पी. बढाने में विशेष योगदान दिया है। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत अपनी भौगोलिक, पर्यावरण और आर्थिक विशेषताओं के कारण विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील है। तापमान परिवर्तन के साथ मानसून पैटर्न में परिवर्तनशीलता फसल उत्पादन और खाद्य सुरक्षा को भी प्रभावित करती है। वित्तीय सेवा उद्योग के नजरिये से हरित वित्त इन जोखिमो को कम करने में सहायक है।
कार्यक्रम में सहायक क्षेत्रीय निदेशक इग्नू लखनऊ के डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने कहा कि इनोवेशन क्षेत्र छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक बनेगा। इग्नू अध्यन केंद्र अयोध्या के समन्वयक प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रो में एक नया उत्साह जागृत करेगा एवं उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। इस अवसर पर डॉ. रामजीत सिंह यादव, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. महेंद्र पाल सिंह, डॉ. प्रियका सिंह, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. श्रीष अस्थाना, सूरज सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षकगण, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।