अयोध्या। मानहानि के मामले में कोर्ट से दो साल की सजा मिलने के बाद राहुल गांधी की संसद की सदस्यता भी चली गयी। जिसको लेकर भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा का कहना है कि राहुल गांधी ने चार साल पहले पिछड़ा समाज के खिलाफ सार्वजनिक रूप से जो अपमानजनक बातें की थी। उन्होंने पिछड़ा समाज को चोर बताया था। उस संदर्भ में अदालत ने उन्हें जो सजा सुनाई है, हम उसका स्वागत करते हैं।
उन्होने कहा कि अदालत का फैसला यह दर्शाता है कि देश का कानून और देश का संविधान सबसे ऊपर है और उसकी नजर में देश के सभी नागरिक समान हैं। अदालत का निर्णय यह भी सिद्ध करता है कि चाहे कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, यदि उसने अपराध किया है तो उसे सजा जरूर मिलेगी। राहुल गांधी ने पिछड़ों के बारे में जो अनर्गल और आपत्तिजनक बातें की थी, उसकी हम सब ने तब भी निंदा की थी, आज भी निंदा कर रहे हैं। अदालत द्वारा सजा सुनाने के बावजूद जिस तरह से राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के नेता उन अपमानजनक बातों को सही ठहरा रहे हैं। वह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं की मंशा क्या है और ओबीसी समाज के बारे में उनकी सोच क्या है।