आलापुर अंबेडकर नगर । नगर पंचायत राजेसुल्तानपुर में गंदगियों की भरमार है।जहां देखो वहां पर गंदगी ही गंदगी नजर आती है। चाहे वह नाली हो, चाहे नाला हो या तालाब या पोखरा हो। चर्चा है कि अध्यक्ष वा अधिशाषी अधिकारी के बीच आपसी तालमेल न होने के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
हम आपको बता दें कि नगर पंचायत राजेसुल्तानपुर से महाराजगंज जाने वाले मार्ग के बगल में स्थित गोपाल बाग में सड़क से सटे मकानो मे बाजार का गंदा पानी नाले के रास्ते ना जाकर लोगों के घरों के आस पास जमा हो जाता है। गन्दगी के चलते विभिन्न बीमारियों का शिकार लोग हो रहें हैं। आलम यह है कि गंदे पानी से उठ रहे दुर्गंध से आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, लेकिन नगर पंचायत के अधिकारियों और नगर पंचायत अध्यक्ष, अधिशासी अधिकारी के कान में जूं नहीं रेंग रहा है। नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि हम नाम नहीं बता सकते लेकिन यह है कि इसकी शिकायत बराबर की जाती है कभी कभार लोग आते हैं देखकर चले जाते हैं।
तालाब और पोखरो की स्थिति
हाल ही में छठ पूजा के महापर्व पर तालाब और पोखरों पर छठ घाट बनाया गया था। उस घाट पर तमाम क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपने-अपने वर्चस्व को कायम रखने के लिए मुफ्त में चाय का वितरण भी किए थे। चाय वितरण के बाद और छठ पूजा के उपरांत पोखरे पर भारी मात्रा में गंदगी पाई गई। नगर पंचायत में वर्तमान में 60 कर्मचारी कार्यरत हैं। लेकिन इन कर्मचारियों को सफाई की कोई चिंता नहीं है। नगर पंचायत राजेसुल्तानपुर के अध्यक्ष विनोद प्रजापति और अधिशासी अधिकारी श्रीमती लक्ष्मी चौरसिया की आपसी मतभेद में कहीं ना कहीं स्थानीय नागरिक और विकास के कार्य में बाधा बन रहे हैं।